AMN / नई दिल्ली

— राजधानी दिल्ली के निज़ामुद्दीन इलाके में स्थित दरगाह शरीफ पट्टे शाह में शुक्रवार की नमाज़ के दौरान एक भीषण हादसा हो गया, जब दरगाह परिसर में बनी एक नव-निर्मित या अस्थायी संरचना की छत भारी बारिश के चलते ढह गई, जिसमें कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई और 10 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए।

यह दरगाह ऐतिहासिक हुमायूं के मकबरे के बेहद नज़दीक स्थित है, जो कि एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। हादसा उस समय हुआ जब बड़ी संख्या में लोग दरगाह में नमाज़ अदा कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, छत अचानक गिरी और वहां मौजूद कई लोग मलबे में दब गए।

दमकल विभाग, दिल्ली पुलिस, एनडीआरएफ, और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। 300 से अधिक जवान राहत कार्य में जुटे हैं।

AIIMS ट्रॉमा सेंटर, LNJP और RML अस्पताल में घायलों को भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।

अधिकारियों के अनुसार, यह हिस्सा मुख्य दरगाह या हुमायूं के मकबरे का नहीं था, बल्कि संभवतः अनधिकृत या हाल ही में बना भाग था, जिसे बिना आवश्यक अनुमति के बनाया गया था।

हादसे के बाद इलाके को सील कर दिया गया है और संरचनात्मक सुरक्षा जांच शुरू कर दी गई है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके। प्रारंभिक जांच में अनुमान है कि भारी बारिश के चलते कमजोर ढांचे पर दबाव पड़ा और वह ढह गया।

MCD और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।

यह हादसा न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक स्मारकों के आसपास की अनियंत्रित निर्माण गतिविधियों पर भी सवाल खड़ा करता है

दिल्ली सरकार ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है और कहा है कि जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और घायलों को हर संभव मदद दी जाएगी।