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केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने सोमवार को नई दिल्ली में 12वें पुरुष हॉकी एशिया कप 2025 की चमचमाती ट्रॉफी का अनावरण किया। यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट 29 अगस्त से 7 सितंबर तक बिहार के राजगीर हॉकी स्टेडियम में खेला जाएगा। यह पहली बार है जब बिहार किसी अंतरराष्ट्रीय हॉकी चैम्पियनशिप की मेज़बानी करेगा।
ट्रॉफी अनावरण समारोह में हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी हरबिंदर सिंह, अशोक ध्यानचंद और जफर इकबाल सहित हॉकी इंडिया तथा बिहार सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। डॉ. मांडविया ने इस अवसर को भारतीय खेलों के लिए गर्व का क्षण बताया और कहा कि यह आयोजन बिहार को खेल मानचित्र पर नई पहचान दिलाएगा।
इस बार का एशिया कप विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह 2026 एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप (बेल्जियम और नीदरलैंड्स) का क्वालिफायर भी है। विजेता टीम को सीधे विश्व कप में स्थान मिलेगा, जबकि दूसरे से छठे स्थान पर रहने वाली टीमें क्वालिफाइंग चरण में जाएंगी।
इस संस्करण में आठ टीमें हिस्सा लेंगी — भारत, जापान, चीन, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, चीनी ताइपे, बांग्लादेश और कज़ाख़स्तान। पाकिस्तान की अनुपस्थिति में भारत एशिया की शीर्ष रैंकिंग टीम के रूप में खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। हालांकि पूर्व खिलाड़ियों ने चेताया कि कोरिया, जापान और मलेशिया जैसी टीमें कड़ी चुनौती पेश कर सकती हैं।
टूर्नामेंट को लेकर उत्साह बढ़ाने के लिए बिहार सरकार ने “ट्रॉफी गौरव यात्रा” की शुरुआत की है और शुभंकर “चंद” को भी लॉन्च किया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही टूर्नामेंट का लोगो जारी कर चुके हैं और इसे राज्य के खेल बुनियादी ढांचे की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है।
यह आयोजन न केवल भारतीय हॉकी की श्रेष्ठता को और मजबूत करेगा बल्कि बिहार को वैश्विक खेल मंच पर विशेष स्थान दिलाएगा।
