देश भर में स्वतंत्रता दिवस न केवल एक राष्ट्र के तौर पर भारत की यात्रा का उत्सव बना, बल्कि हर राज्य ने इसे अपनी विशेषताओं, सांस्कृतिक धरोहरों और विकास की योजनाओं के साथ सजाया। यह दिन देशवासियों को अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को स्मरण कर उनके सपनों को साकार करने की प्रेरणा देता है।

देशभर में 79वां स्वतंत्रता दिवस अत्यंत जोश, उल्लास और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया। हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से देश की एकता और विविधता का प्रदर्शन किया गया।

पूर्वोत्तर भारत से उत्सव की शुरुआत
अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर स्थित आईजी पार्क में मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली। उन्होंने राज्य की तेज़ी से हो रही प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य की प्रति व्यक्ति आय में 105 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। साथ ही उन्होंने 2025-2035 को “हाइड्रोपावर का दशक” घोषित करते हुए दो लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं की घोषणा की।

नगालैंड में मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने कोहिमा में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और नगा शांति प्रक्रिया को आशा की किरण बताया। उन्होंने तीन करोड़ रुपये की लागत से निर्माण श्रमिकों के लिए कौशल केंद्र और एक करोड़ रुपये की मोबाइल स्किल वैन योजना की घोषणा की।

पश्चिम भारत में जोश और योजनाओं की झलक
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के मंत्रालय में तिरंगा फहराया और ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना की भूमिका की प्रशंसा की। गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पोरबंदर में ध्वजारोहण किया और गांवों तथा छोटे शहरों के संतुलित विकास के लिए 100 शहर योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने “मुख्यमंत्री ग्रामोदय योजना” की भी घोषणा की।

उत्तर भारत में विकास योजनाओं की बौछार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में ध्वजारोहण कर युवाओं के लिए पांच वर्षों में एक करोड़ नौकरियों और रोजगार अवसरों की घोषणा की। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में ध्वज फहराया और बताया कि राज्य में 55 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है।

हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रोहतक में समारोह की अगुवाई की और शहीद सैनिकों के परिवारों के लिए मुआवज़े को एक करोड़ रुपये तक बढ़ाने की घोषणा की। पंजाब में भगवंत मान ने फरीदकोट में ध्वज फहराया और राज्य भर में BSF की टुकड़ियों ने भी उत्सव मनाया।

दक्षिण भारत में सांस्कृतिक रंग और सामाजिक समर्पण
तमिलनाडु में मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने चेन्नई के फोर्ट सेंट जॉर्ज में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। समारोह में पारंपरिक नृत्य, आरपीएफ डॉग शो, साइकिल रैलियों, और उत्कृष्ट सामाजिक सेवा के लिए पुरस्कार वितरण जैसे आयोजन हुए।

हिमालयी क्षेत्र में उमंग
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बख्शी स्टेडियम में ध्वज फहराया और “मिशन युवा” के अंतर्गत साढ़े चार लाख युवाओं को रोज़गार से जोड़ने की घोषणा की। लद्दाख के करगिल में रंगारंग परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ जश्न मनाया गया।


देश भर में स्वतंत्रता दिवस न केवल एक राष्ट्र के तौर पर भारत की यात्रा का उत्सव बना, बल्कि हर राज्य ने इसे अपनी विशेषताओं, सांस्कृतिक धरोहरों और विकास की योजनाओं के साथ सजाया। यह दिन देशवासियों को अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को स्मरण कर उनके सपनों को साकार करने की प्रेरणा देता है।