नई दिल्ली
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के शहरों में बुधवार सुबह सीजन का पहला कोहरा देखा गया है। जिससे दृश्यता पर काफी असर पड़ा।
दिल्ली में कोहरे की एक पतली परत छाई हुई है। जिससे दृश्यता 100 मीटर तक पहुंच गई है। सड़क मार्ग से लेकर हवाई मार्ग पर भी इसका असर पड़ा है।दिल्ली-एनसीआर में दृश्यता 100 मीटरराजधानी में हवा की दिशा व गति बदलने से आबोहवा में थोड़ा सुधार हुआ है मगर दिल्ली-एनसीआर में धुंध छाई हुई है।
आबादी वाले इलाकों के साथ ही खुले क्षेत्रों में धुंध की चादर गहरा गई है। मौसम में ठंडक बढ़ी है। दृश्यता में कमी है। सवेरे 6 बजे पालम हवाई अड्डे पर दृश्यता 100 मीटर से भी कम रही।दिल्ली में एक्यूआई 334 दर्जमंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 334 दर्ज किया गया, जोकि बेहद खराब श्रेणी में है। इसमें सोमवार की तुलना में 18 सूचकांक की गिरावट दर्ज की गई। दिन भर स्मॉग की चादर छाई रही।इससे लोगों को आंखों में जलन व सांस लेने में परेशानी हुई महसूस की। वहीं, सुबह स्मॉग और धुंध की वजह से दृश्यता में गिरावट दर्ज की गई। सफदरजंग एयरपोर्ट में सुबह 7:30 बजे दृश्यता 1000 मीटर रिकॉर्ड की गई। साथ ही, पालम में सुबह आठ बजे दृश्यता 100 मीटर रही। इससे वाहन चालकों को दूर तक साफ-साफ देखने में परेशानी हुई।अगले दो दिन रहेगा प्रदूषण का जोरडिसिजन स्पोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के मुताबिक हवा में पराली से होने वाली वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी सबसे अधिक 18.094 फीसदी रही। जबकि ट्रांसपोर्ट से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 15.493 फीसदी, कूड़ा जलने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 1.417 फीसदी रही। सीपीसीबी के अनुसार, शुक्रवार तक वायु प्रदूषण की यही स्थिति रहने वाली है।
इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा। ऐसे में लोगों को बेहद खराब हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ेगा।आज से बदलेगी हवा की दिशाभारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक आज से हवा की दिशा बदलेगी। इस दौरान उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व दिशा से हवाएं चलेंगी। वहीं, हवा की चाल दो से आठ किलोमीटर प्रतिघंटे रहने की आशंका है। इससे प्रदूषण का स्तर और बढ़ने का अनुमान है। उधर, बृहस्पतिवार को हवा विभिन्न दिशा से चलने का अनुमान है। इस दौरान हवा दो से आठ किलोमीटर प्रतिघंटे से चलेंगी। वहीं, शुक्रवार को हवाएं उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने का अनुमान है। इस दौरान हवा की चाल आठ से 16 किलोमीटर प्रतिघंटे रहेगी।