कुवैत में रामायण और महाभारत का अरबी में अनुवाद करने वाले अब्दुल्ला अल बरून ने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी से मुलाक़ात की

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज कुवैत में भारतीय श्रमिकों के एक कैंप का दौरा कर उनसे मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी कुवैत की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। कुवैत के उप-प्रधानमंत्री शेख फहद यूसुफ सऊद अल-सबाह ने हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की। एक सोशल मीडिया पोस्ट में श्री मोदी ने कहा कि उनकी यात्रा विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कुवैत मित्रता को मजबूती प्रदान करेगी।

किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 43 वर्षों में इस खाड़ी देश की यह पहली यात्रा है। श्री मोदी कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जाबेर अल-सबाह के निमंत्रण पर वहां गए हैं।

    भारतीय प्रवासियों ने भी श्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। कुवैत में रह रहे 101 वर्षीय भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी मंगल सेन हांडा ने उनसे मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने रामायण और महाभारत का अरबी में अनुवाद करने वाले अब्दुल्ला अल बरून और उसे प्रकाशित करने वाले अब्दुल लतीफ अल नसेफ से भी मुलाकात की।

कुवैत के अमीर और शहजादे के साथ कल अलग-अलग उच्च स्तरीय बैठकें करने से पहले प्रधानमंत्री को बयान पैलेस में औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। उसके बाद दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्‍तर की वार्ता होगी। प्रधानमंत्री कुवैत के अमीर के विशेष अतिथि के रूप में 26वें अरेबियन गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होंगे। पिछले 43 वर्षों में भारत के किसी प्रधानमंत्री की यह पहली कुवैत यात्रा है।

    प्रधानमंत्री ने अपनी इस यात्रा पर प्रस्थान से पहले एक वक्तव्य में कहा कि भारत कुवैत के साथ ऐतिहासिक संबंधों को बहुत महत्व देता है। उन्होंने कहा कि दोनों देश न केवल मजबूत व्यापार और ऊर्जा के क्षेत्र में साझेदार हैं, बल्कि पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि में भी उनकी साझा रुचि है।