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जी-20 संगठन के सदस्य देशों के नेता आज कोविड-19 पर संगठन के आसाधारण शिखर सममेलन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये भाग लेंगे। सऊदी अरब की अध्यक्षता में हो रहे इस सम्मेलन में कोविड-19 संकट से निपटने की वैश्विक रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इस सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित करेंगे।
सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज-अल-सौद ने कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए कारगर और समन्वित कार्रवाई का आह्वान किया है और विश्व अर्थव्यवस्था पर विश्वास फिर से बहाल करने को कहा है। जी-20 के असाधारण वर्चुअल शिखर सम्मेलन में आज अपने उद्घाटन भाषण में सऊदी अरब के शाह ने कहा कि संगठन के सभी नेता विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं के रूप में अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं और विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत उपाय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मानवीय संकट से निपटने के लिए विश्वस्तर पर एकजुट होकर कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
कोरोना वायरस के दुनियाभर में पड़ रहे दुष्प्रभाव का जिक्र करते हुए सऊदी अरब के शाह ने कहा कि यह महामारी इतनी फैल गई है कि विश्व अर्थव्यवस्था, वित्तीय बाजारों, व्यापार और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर इसका असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इससे विकास और प्रगति में अवरोध उत्पन्न हुआ है जिससे पिछले वर्षों की उपलब्धियों पर नकारात्मक असर दिखाई देने लगा है।
कोरोना माहमारी की रोकथाम के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रयासों में तालमेल की आवश्यकता पर जोर देते हुए सऊदी अरब के शाह ने कहा कि जी-20 को विश्व अर्थव्यवस्था पर लोगों का भरोसा फिर से बहाल करने के लिए मजबूत संकेत देने चाहिए। उन्होंने कहा कि जितना जल्द संभव हो वस्तुओं और सेवाओं, खासतौर पर दवाओं की सामान्य सप्लाई बहाल की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विकसित देशों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे विकासशील और सबसे कम विकसित देशों की ओर मदद का हाथ बढ़ायें ताकि वे इस संकट से अपना बचाव कर सकें।
सऊदी शाह ने जी-20 संगठन की क्षमता पर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इससे पहले भी वैश्विक वित्तीय संकटों से निपटने में इसने अपनी क्षमता साबित की है।
सऊदी अरब, जी-20 का वर्तमान अध्यक्ष है और उसी के आह्वान पर कोविड-19 महामारी और इसके मानवीय तथा आर्थिक दुष्प्रभावों से एकजुट होकर निपटने के लिए संगठन का यह असाधारण वर्चुअल शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। शिखर सम्मेलन में जी-20 के नेताओं के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी हिस्सा ले रहे हैं।
