BIZ DESK

दलाल स्ट्रीट पर गुरुवार को जबरदस्त रोमांच देखने को मिला। जीएसटी 2.0 सुधारों की गूंज के बीच बाजार ने शुरुआती कारोबार में 900 अंकों की तेज़ छलांग लगाई, लेकिन सेशन के आखिर तक ज्यादातर बढ़त निकल गई।

सेंसेक्स दिन में ऊँचाई पर 81,456.67 तक पहुँचा, मगर अंत में केवल 150 अंक ऊपर 80,718.01 पर टिक सका। निफ्टी 50 ने भी शुरुआती जोश खो दिया और 19 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 24,734.30 पर बंद हुआ।

“बाजार के पास आज ब्लॉकबस्टर रैली के सारे कारण थे—जीएसटी सुधार, ऑटो व एफएमसीजी की ताकत, दमदार शुरुआत। लेकिन आईटी और एनर्जी दिग्गजों में प्रॉफिट बुकिंग ने तस्वीर बदल दी,” कहा अजीत मिश्रा, एसवीपी, रिसर्च, रेलिगेयर ब्रोकिंग ने।

सेक्टर स्नैपशॉट: कौन चमका, कौन डूबा

ऑटो की रफ्तार: महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स ने जीएसटी से खपत बढ़ने की उम्मीदों पर तेज़ी पकड़ी।

एफएमसीजी हिट: आईटीसी और एशियन पेंट्स हरे रंग में नज़र आए, रोज़मर्रा की चीज़ें सस्ती होने की उम्मीद से।

बैंकिंग मज़बूत: एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक ने बाज़ार को सहारा दिया।

आईटी दबाव में: इन्फोसिस, एचसीएल टेक और टेक महिंद्रा में गिरावट, वैश्विक आईटी मांग की चिंताओं से।

एनर्जी और पावर फिसले: एनटीपीसी, पावरग्रिड और टाटा स्टील भारी पड़े।

रियल्टी में कमजोरी: ऊँचे वैल्यूएशन की वजह से निवेशकों ने मुनाफा काटा।

बड़ी तस्वीर

जीएसटी 2.0 सुधारों को संरचनात्मक गेम-चेंजर माना जा रहा है। ज़रूरी सामानों पर टैक्स घटाने और लग्ज़री आइटम्स पर बढ़ाने से खपत आधारित रिकवरी की उम्मीद है। ऑटो, कंज्यूमर स्टेपल्स और ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े शेयर फोकस में रह सकते हैं।

लेकिन सतर्कता अभी भी बरकरार है। एफआईआई लगातार नेट सेलर बने हुए हैं और रुपया 88.11 प्रति डॉलर पर कमजोर बंद हुआ।