Last Updated on November 10, 2025 11:59 pm by INDIAN AWAAZ

बिज़नेस डेस्क
घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को तीन दिनों की लगातार गिरावट के बाद मजबूती लौटी। आईटी, ऑटो और कुछ बैंकिंग शेयरों में जबरदस्त खरीदारी के साथ-साथ अमेरिकी सरकार के संभावित शटडाउन के समाधान को लेकर बनी उम्मीदों ने निवेशकों के मनोबल को सहारा दिया।
बीएसई सेंसेक्स 319 अंक यानी 0.38 प्रतिशत की बढ़त के साथ 83,535.35 पर बंद हुआ। इंडेक्स ने दिन की शुरुआत 83,198.20 पर की और कारोबार के दौरान लगभग 500 अंकों की उछाल के साथ 83,754.49 के उच्चतम स्तर तक पहुंचा। वहीं, एनएसई निफ्टी 82 अंक या 0.32 प्रतिशत चढ़कर 25,574.35 पर बंद हुआ।
विदेशी निवेशकों की वापसी और सकारात्मक माहौल से सहारा
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “अमेरिकी सरकार के संभावित शटडाउन के समाधान और दूसरी तिमाही के अच्छे नतीजों से प्रेरित एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) की नई खरीदारी ने बाजार को मजबूती दी। अमेरिकी 10-वर्षीय ट्रेज़री यील्ड में बढ़ोतरी इस बात का संकेत है कि निवेशक इक्विटी बाजारों के प्रति फिर से आशावादी हो रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि मजबूत घरेलू आर्थिक संकेतक (macro indicators) वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही के लिए आय के अनुमान (earnings estimates) को ऊपर ले जा सकते हैं।
शीर्ष बढ़त वाले और गिरावट वाले शेयर
सेंसेक्स में शामिल इंफोसिस, एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स, टीसीएस, भारती एयरटेल, टाइटन, एल एंड टी, टेक महिंद्रा और मारुति सुजुकी के शेयरों में बढ़त दर्ज हुई।
वहीं, ट्रेंट, पावरग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एक्सिस बैंक में गिरावट देखने को मिली।
सेक्टोरल परफॉर्मेंस:
आईटी सेक्टर: निफ्टी आईटी इंडेक्स में 570 अंक (1.62%) की मजबूती रही। इंफोसिस, एचसीएल टेक और टीसीएस में बढ़िया खरीदारी देखी गई।
ऑटो सेक्टर: निफ्टी ऑटो 80 अंक (0.30%) ऊपर बंद हुआ। टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी ने प्रमुख भूमिका निभाई।
फाइनेंशियल सर्विसेज: निफ्टी फिन सर्विसेज इंडेक्स 66 अंक (0.24%) बढ़ा, जिसमें एचडीएफसी और बजाज फाइनेंस ने बढ़त दिलाई।
बैंकिंग सेक्टर: निफ्टी बैंक 60 अंक (0.10%) ऊपर रहा। ज्यादातर बड़े बैंकों में स्थिरता रही, जबकि एक्सिस बैंक में हल्की गिरावट आई।
एफएमसीजी सेक्टर: निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स लाल निशान में रहा, जिसकी वजह बढ़ती लागत और मांग में नरमी बताई जा रही है।
मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी तेजी
वृहद बाजार (broader market) ने भी मुख्य सूचकांकों की चाल का साथ दिया।
निफ्टी मिडकैप 100 में 281 अंक (0.47%) की बढ़त दर्ज हुई।
निफ्टी स्मॉलकैप 100 62 अंक (0.35%) चढ़ा।
निफ्टी 100 में 86 अंक (0.33%) की वृद्धि हुई।
यह दर्शाता है कि निवेशक केवल बड़ी कंपनियों में ही नहीं, बल्कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी सक्रिय रूप से निवेश कर रहे हैं।
रुपया स्थिर, लेकिन दबाव कायम
मुद्रा बाजार में रुपया लगभग स्थिर रहा और 88.66 के आसपास कारोबार करता दिखा। डॉलर इंडेक्स की कमजोरी के बावजूद एफआईआई की बिकवाली के कारण रुपये की चाल सीमित रही।
एलकेपी सिक्योरिटीज के जतीन त्रिवेदी ने कहा, “आरबीआई की संभावित दखलअंदाजी ने रुपये को 88.75–88.90 के बीच गिरने से रोका, जिससे मुद्रा की चाल सीमित रही।”
उन्होंने बताया कि इस हफ्ते अमेरिका और भारत दोनों के सीपीआई (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) के आंकड़े आने हैं, जो रुपये की अल्पकालिक दिशा तय करेंगे। आने वाले दिनों में रुपया 88.45–88.90 की रेंज में सीमित लेकिन अस्थिर रह सकता है।
बाजार का समग्र दृष्टिकोण
विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक सावधानीपूर्वक आशावादी बने हुए हैं। घरेलू अर्थव्यवस्था के मजबूत आंकड़े और वैश्विक बाजारों से मिलते सकारात्मक संकेत बाजार को सहारा दे रहे हैं।
हालांकि, आने वाले दिनों में वैश्विक महंगाई और ब्याज दरों पर फैसलों के कारण अस्थिरता बनी रह सकती है।
