पटना की रैली में राहुल गांधी का स्वर साफ था—यह सिर्फ सत्ता की लड़ाई नहीं, बल्कि लोकतंत्र की असली जंग है। “यह आंदोलन वोट बचाने का है, संविधान बचाने का है। भाजपा चाहे जितनी चालें चले, जनता की ताक़त बड़ी है,”

Staff Reporter / Patna
पटना – कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा सोमवार को पटना पहुँची तो गांधी मैदान राजनीतिक गहमागहमी का केंद्र बन गया। इस मौके पर राहुल गांधी ने ऐसा बयान दिया, जिसे उन्होंने खुद “हाइड्रोजन बम” करार दिया। राहुल ने सीधे-सीधे भाजपा पर आरोप लगाया कि वह फर्जी वोट बनाकर लोकतंत्र से खिलवाड़ कर रही है और जनता की आवाज़ दबा रही है।
राहुल का बड़ा हमला: “फर्जी वोट भाजपा की सबसे बड़ी चाल”
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा, “यह कोई सामान्य गड़बड़ी नहीं है। यह सुनियोजित ‘वोट चोरी’ है। कर्नाटक में एक लाख फर्जी वोट डाले गए। महाराष्ट्र में एक करोड़ नए वोटर अचानक जोड़े गए और सब भाजपा के खाते में चले गए। यह सिर्फ वोट नहीं, जनता का अधिकार है, जिसे छीना जा रहा है। यह है मेरा हाइड्रोजन बम।”
उनका यह बयान सुनते ही मैदान तालियों और नारों से गूंज उठा। राहुल ने कहा कि विपक्ष अब इस साज़िश को देश के सामने उजागर करेगा और आने वाले चुनाव भाजपा के लिए आसान नहीं होंगे।
यात्रा का समापन, विपक्षी एकता का मंच
14 दिन तक चली कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा बिहार के 25 जिलों से गुज़रकर पटना पहुँची। यात्रा के समापन पर मंच पर मल्लिकार्जुन खड़गे, तेजस्वी यादव, हेमंत सोरेन, सीपीआई-एम के नेता समेत कई विपक्षी दलों के बड़े चेहरे मौजूद थे।
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला और कहा कि बिहार में हजारों मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा रहे हैं और उनकी जगह फर्जी नाम जोड़े जा रहे हैं। “यह लोकतंत्र का कत्ल है और भाजपा इसके पीछे है,” तेजस्वी ने कहा।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी चेतावनी दी कि वोट का अधिकार संविधान की जड़ है और इसे छीनने की कोशिश देश के लिए खतरनाक होगी।

खड़गे ने कहा—“लोकतंत्र की रक्षा की यात्रा”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस यात्रा को ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी के नेतृत्व में जो आवाज उठी है, वह सिर्फ कांग्रेस की नहीं बल्कि हर उस भारतीय की आवाज है जो अपने वोट की कीमत समझता है। भाजपा लोकतंत्र को खोखला कर रही है, लेकिन जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।”
क्या बनेगा यह चुनावी मुद्दा?
विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी का “हाइड्रोजन बम” बयान विपक्षी खेमे में नई ऊर्जा भर सकता है। वोटर अधिकार यात्रा का पटना में समापन बताता है कि बिहार और पूर्वी भारत को कांग्रेस व विपक्ष अगला बड़ा राजनीतिक रणक्षेत्र मान रहे हैं।
“वोट चोरी” का नैरेटिव जनता में गूंजेगा या नहीं, यह आने वाले दिनों में साफ होगा। लेकिन इतना तय है कि राहुल गांधी ने भाजपा पर सीधा हमला बोलकर चुनावी बहस का रुख बदलने की कोशिश जरूर की है।
पटना की रैली में राहुल गांधी का स्वर साफ था—यह सिर्फ सत्ता की लड़ाई नहीं, बल्कि लोकतंत्र की असली जंग है। “यह आंदोलन वोट बचाने का है, संविधान बचाने का है। भाजपा चाहे जितनी चालें चले, जनता की ताक़त बड़ी है,” उन्होंने कहा।
अब देखना होगा कि उनका यह “हाइड्रोजन बम” भाजपा की सियासी ज़मीन हिलाता है या सिर्फ चुनावी नारेबाज़ी तक सीमित रह जाता है।
भाजपा का पलटवार
भाजपा ने राहुल गांधी के आरोपों को “झूठ और ड्रामा” करार दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, “राहुल गांधी बेबुनियाद बातें कर रहे हैं। मतदाता सूची चुनाव आयोग बनाता है, उसमें भाजपा का कोई हाथ नहीं। राहुल गांधी खुद को गंभीरता से लेना छोड़ चुके हैं।”
भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस चुनावी हार से हताश होकर “वोट चोरी” का मुद्दा उठा रही है ताकि अपनी नाकामियों पर पर्दा डाल सके।
