Last Updated on: 13 June 2025 2:22 AM

अहमदाबाद, 12 जून 2025

— एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के भीषण हादसे में जहां 241 यात्रियों की मौत हो गई, वहीं एक चमत्कारी खबर ने पूरे देश को चौंका दिया है। इस भयावह दुर्घटना में एक व्यक्ति विश्वास कुमार रमेश, जिंदा बचे हैं।

40 वर्षीय विश्वास, जो ब्रिटेन के नागरिक हैं और भारतीय मूल से हैं, फ्लाइट की सीट नंबर 11A पर बैठे थे, जो आपातकालीन निकास के पास थी। इस बात को विशेषज्ञों ने उनके जीवित बचने के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण बताया है।


चश्मदीद survivor बोले: “जब होश आया, चारों तरफ लाशें थीं”

अहमदाबाद के अस्पताल में भर्ती विश्वास ने मीडिया को बताया:

“होश में आया तो चारों ओर लाशें थीं। समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ। कोई मुझे खींचकर एंबुलेंस में डाल रहा था।”

उन्हें सीने, आंखों और पैरों में चोटें आईं हैं, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत स्थिर है और जान को खतरा नहीं है।


भाई अब भी लापता

विश्वास अपने बड़े भाई अजय कुमार रमेश के साथ यात्रा कर रहे थे, जिनका अब तक कोई पता नहीं चला है।

“मैं तो किसी तरह बच गया… लेकिन मेरे भाई का अब तक कुछ अता-पता नहीं है,” उन्होंने भावुक होकर कहा।


जांच में अहम गवाह

DGCA और AAIB ने विश्वास के बयान को गंभीरता से लिया है। वे इस हादसे के इकलौते जीवित चश्मदीद गवाह हैं और उनके बयान से हादसे की असली वजह सामने आ सकती है। जांच अधिकारी उम्मीद कर रहे हैं कि विश्वास इंजन की आवाज़, फलक सेटिंग, या कोई चेतावनी सुनने जैसी अहम बातें साझा कर सकते हैं।


वैश्विक प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों को अहमदाबाद भेजा है और विश्व नेताओं — जैसे कनाडा के मार्क कार्नी और फ्रांस के इमैनुएल मैक्रों — ने गहरी संवेदनाएं जताई हैं।
बोइंग कंपनी ने हादसे की जांच में पूरा सहयोग देने की घोषणा की है।


सारांश तालिका

विवरणजानकारी
जीवित यात्री का नामविश्वास कुमार रमेश
उम्र / राष्ट्रीयता40 वर्ष / ब्रिटिश (भारतीय मूल)
सीट नंबर11A (आपातकालीन निकास के पास)
स्थितिअस्पताल में भर्ती, हालत स्थिर
साथ यात्रा कर रहे थेभाई अजय कुमार रमेश (लापता)
भूमिकाइकलौते जीवित चश्मदीद गवाह