इंद्र वशिष्ठ


दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर गिरिश जैन, सब-इंस्पेक्टर अखिल कुमार और एएसआई राकेश को निलंबित किया गया है।
अरुणाचल प्रदेश में वाहन चोरी के मामले में फंसाने की धमकी देकर 12 लाख रुपए वसूलने के आरोप में इन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। 

दिल्ली पुलिस के एक सूत्र ने बताया है कि अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री से शिकायत मिलने के बाद डीसीपी सेंट्रल दिल्ली संजय सैन ने यह कार्रवाई की है. 

अरुणाचल प्रदेश पुलिस के आईजी ने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर संजय अरोड़ा को एक शिकायत भेजी थी। जिसमें बताया गया कि दिल्ली के मध्य जिला पुलिस की एएटीएस की टीम वाहन चोरी के मामले में तफ्तीश के सिलसिले में आई थी। पुलिस टीम ने वाहन चोरी के मामले में फंसाने की धमकी देकर स्थानीय निवासियों से लाखों रुपए वसूले। अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने यह भी बताया कि उनके अफसरों ने भी इस मामले की जांच की और अरुणाचल प्रदेश के दो पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया है। 


अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने शिकायतकर्ता के साथी से दिल्ली पुलिसकर्मियों द्वारा पैसे लेने के वीडियो/ फोटो भी साझा किए हैं। पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने  पुलिसकर्मियों का तबादला तीसरी बटालियन में कर जांच का आदेश दिया। आरंभिक जांच के बाद इंस्पेक्टर गिरिश जैन, सब- इंस्पेक्टर अखिल कुमार चौधरी और एएसआई राकेश को निलंबित कर दिया गया।मध्य जिले के डीसीपी संजय कुमार सैन द्वारा 21 जुलाई को इन पुलिसकर्मियों के निलंबन का आदेश जारी किया गया। 


19 जुलाई को मध्य जिले की एएटीएस टीम  ने दिल्ली में नन्द नगरी निवासी सफररुद्दीन उर्फ कालिया, मेरठ के सिकंदर और अरुणाचल प्रदेश के दारे कगुंग को गिरफ्तार कर वाहन चोरों के अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने का दावा किया था। यह गिरोह दिल्ली से एसयूवी चोरी करके अरुणाचल, आसाम और मणिपुर जैसे राज्यों में बेचते थे। इंजन और चेसिस नंबर बदल कर उन राज्यों के परिवहन कार्यालय में पंजीकृत किया जाता था। चोरी के वाहन बरामद करने के लिए एएटीएस की टीम अरुणाचल गई थी।