
AMN / नई दिल्ली, 25 जून।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आज घोषणा की कि कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं अब साल में दो बार आयोजित की जाएंगी, जिसकी शुरुआत अगले शैक्षणिक सत्र से होगी। नए प्रारूप के तहत, पहली परीक्षा फरवरी में आयोजित की जाएगी, जो सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगी। वहीं, दूसरी परीक्षा मई में आयोजित की जाएगी, जो उन छात्रों के लिए वैकल्पिक होगी जो अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाना चाहते हैं।
इस योजना के अंतर्गत सभी पास होने वाले छात्रों को विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और भाषाओं में से किसी भी तीन विषयों में अपने प्रदर्शन को सुधारने का अवसर मिलेगा। दोनों चरणों के परिणाम अप्रैल और जून में घोषित किए जाएंगे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह परीक्षा तनाव को कम करने, छात्रों को अधिक लचीलापन देने और आनंदमय शिक्षा माहौल को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की एक प्रमुख सिफारिश थी, जिसमें कहा गया है कि साल में दो बार परीक्षा आयोजित करने से छात्र-केंद्रित शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा, जो वैश्विक शिक्षा मानकों के अनुरूप है।
यह नई व्यवस्था छात्रों को एक ही शैक्षणिक वर्ष में दो अवसर प्रदान करेगी, जिससे वे कम तनाव में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। इसके ज़रिए शिक्षा प्रणाली को अधिक लचीला और समावेशी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।