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बृहस्पतिवार, 26 जून को भारतीय शेयर बाजारों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली, जहां प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी ने लगातार तीसरे दिन बढ़त दर्ज की। यह तेजी वैश्विक तनावों में कमी, डॉलर की कमजोरी और वित्तीय व धातु शेयरों में मजबूत खरीदारी के चलते आई। बीएसई सेंसेक्स 1,000.36 अंक यानी 1.21% की बढ़त के साथ 83,755.87 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक ने 83,812.09 का उच्च और 82,816.26 का निचला स्तर छुआ।
एनएसई निफ्टी50 भी 304.25 अंक या 1.21% चढ़कर 25,549.00 पर बंद हुआ। दिन में यह सूचकांक 25,565.30 के उच्च और 25,259.90 के निम्न स्तर तक गया। निफ्टी के टॉप गेनर्स में श्रिराम फाइनेंस, जिओ फाइनेंशियल सर्विसेज, टाटा स्टील, भारती एयरटेल और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज शामिल रहे, जो 2.48% से 3.69% तक चढ़े। वहीं डॉ. रेड्डीज, टेक महिंद्रा, विप्रो, एसबीआई और हीरो मोटोकॉर्प जैसे शेयर 0.45% से 1.31% तक गिरावट में रहे।
मार्केट हैवीवेट रिलायंस इंडस्ट्रीज में 1.91% की मजबूती दर्ज की गई और इसने एक बार फिर ₹20 लाख करोड़ के मार्केट कैप का आंकड़ा पार कर लिया, जो सितंबर 2024 के बाद पहली बार हुआ है। एनएसई पर कंपनी का मार्केट कैप ₹20,23,510.63 करोड़ रहा।
हालांकि, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में थोड़ी कमजोरी दिखी। निफ्टी मिडकैप100 और निफ्टी स्मॉलकैप100 क्रमशः 0.59% और 0.42% की गिरावट के साथ बंद हुए।
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी मेटल इंडेक्स ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया और 2.31% की बढ़त के साथ बंद हुआ। बैंक निफ्टी ने 57,263.45 का इंट्राडे हाई छूने के बाद 1.03% की बढ़त के साथ 57,206.70 पर क्लोज किया। निफ्टी प्राइवेट बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज और ऑयल एंड गैस इंडेक्स भी 1% से ज्यादा बढ़े। वहीं निफ्टी रियल्टी, आईटी और मीडिया सूचकांक मामूली गिरावट में रहे।
एनएसई पर कुल 2,975 शेयरों में से 1,474 शेयर बढ़त में रहे, जबकि 1,397 गिरावट के साथ बंद हुए और 104 में कोई बदलाव नहीं हुआ। 69 शेयरों ने 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर छुआ, जबकि 22 शेयर 52 सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंचे। 77 शेयर अपर सर्किट और 58 शेयर लोअर सर्किट में रहे।
बाजार में अस्थिरता का सूचकांक इंडिया VIX 2.87% की गिरावट के साथ 12.59 पर आ गया, जिससे निवेशकों की चिंता में कमी दिखाई दी।
कुल मिलाकर, आज का दिन निवेशकों के लिए उत्साहजनक रहा, जहां मजबूत वैश्विक संकेतों और स्थानीय मजबूती ने बाजार को नई ऊंचाइयों की ओर धकेला। आने वाले दिनों में कॉर्पोरेट नतीजों और वैश्विक केंद्रीय बैंकों के बयान बाजार की दिशा तय करेंगे।