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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि 21वीं सदी के विकसित भारत के दो स्तंभ हैं – हमारी विरासत का गर्व और सभी के विकास के लिए हरसंभव प्रयास। प्रधानमंत्री ने आज उत्तराखंड में चमोली जिले के माणा गांव में तीन हजार चार सौ करोड़ रुपये की कनेक्टिविटी परियोजना का उद्घाटन किया। उन्होंने गौरी कुंड से केदारनाथ और गोविन्दघाट से हेमकुंड साहिब की दो रोपवे परियोजनाओं तथा सड़क चौड़ीकरण परियोजना का शिलान्यास भी किया। इन परियोजनाओं पर लगभग एक हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी।
माणा गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सभ्य बनने के लिए ऐतिहासिक विरासत, सदाचार और मूल्यों के सम्मान करने की आवश्यकता होती है। श्री मोदी ने कहा कि ढांचागत परियोजनाओं के विकास और इस क्षेत्र में रोपवे बनने से केदारनाथ, बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब से ईश्वर का आशीर्वाद मिलना आसान हो गया है। श्री मोदी ने कहा कि गौरीकुंड से केदारनाथ और गोविन्दघाट से हेमकुंड साहिब की रोपवे परियोजनाओं के निर्माण से न केवल कनेक्टिविटी बढ़ेगी, बल्कि इससे राज्य के आर्थिक विकास में भी तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि कनाडा और अमरीका में रहने वाले लोग भी इन विकास परियोजनाओं से खुश होंगे।
श्री मोदी ने कहा कि आध्यात्मिक महत्व के स्थानों पर विकास की पहल से श्रद्धालुओं को मदद मिल रही है और इन स्थानों पर पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक स्थानों के विकास से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी, बल्कि इससे देश के युवा भी आकर्षित होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश की सभी विकास पहल समग्रता पर केन्द्रित होनी चाहिए। रोपवे परियोजना से दिव्यांगजनों को धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के स्थानों पर पहुंचने में आसानी होगी।
श्री मोदी ने चुनौतियों के बावजूद कठोर परिश्रम और उत्साह के साथ काम करने के लिए पर्वतीय क्षेत्र के लोगों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इसीलिए उनकी सरकार ने इस क्षेत्र में विकास को प्राथमिकता देने का संकल्प किया है। उन्होंने घोषणा की कि युवाओं के व्यक्तित्व विकास के लिए दूरदराज और पर्वतीय क्षेत्रों में एनसीसी इकाइयां, बटालियन और ग्रुप मुख्यालय स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार एनसीसी में प्रवेश देकर इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार देने के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार लघु ऋणों के माध्यम से युवाओं के लिए लघु व्यापार के अवसर सृजित करने में भी मदद कर रही है। श्री मोदी ने कहा कि पर्वतमाला योजना दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण से कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने में सहायक होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार से पहले केवल पांच लाख श्रद्धालु केदारनाथ जा सकते थे, लेकिन अब करीब 45 लाख श्रद्धालुओं ने इस मौसम में चारों धाम की यात्रा की। उन्होंने लोगों से स्थानीय उत्पादों को खरीदने और उन्हें बढ़ावा देने का अनुरोध किया और कहा कि इससे इस क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी। उन्होंने देश के पर्यटकों से कहा कि वे अपनी यात्रा बजट का पांच प्रतिशत हिस्सा स्थानीय उत्पादों की खरीद में उपयोग करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग, विशेष रूप से इस क्षेत्र की महिलाएं शौचालय के निर्माण और इस क्षेत्र के विकास से प्रसन्न है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य की 65 प्रतिशत जनसंख्या को नल के जरिए से जल उपलब्ध कराया है। श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार सभी घरों तक बिजली उपलब्ध करा रही है। उन्होंने सम्पूर्ण जनता का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने की राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की।
श्री मोदी ने कहा कि मौसम अनुकूल सड़क बनने से यात्रियों को नए अनुभव मिल रहे हैं और दिल्ली-देहरादून कॉरिडोर ने राज्य को नए अवसर उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने कहा कि सभी उपेक्षित और कम विकसित क्षेत्रों का विकास करना और इतने अवसर उपलब्ध कराना उनका उद्देश्य था कि यहां से चले गए सभी लोग वापस आ सकें।
इससे पहले आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिरों में पूजा-अर्चना की। उन्होंने बद्रीनाथ में कई विकास परियोजनाओं की समीक्षा भी की। इस अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित थे।