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विदेश मंत्रालय ने कहा है कि केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से जुड़े किसी भी मुद्दे पर भारत का रुख लंबे समय से कायम है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय रूप से सुलझाना होगा। नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि इस मामले पर भारत की नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि लंबित मुद्दा पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करना है।
एक अन्य सवाल के जवाब में, श्री जायसवाल ने कहा कि उभरते सैन्य हालात पर भारत और अमरीका के नेताओं के बीच कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने बताया कि 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत से लेकर 10 मई को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद करने पर सहमति बनने तक, दोनों देशों के नेताओं के बीच बातचीत हुई, लेकिन इनमें से किसी भी चर्चा में व्यापार का मुद्दा नहीं उठा।
सिंधु जल संधि पर पूछे गए सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह संधि इसकी प्रस्तावना के अनुरूप सद्भावना और मित्रता की भावना से संपन्न हुई थी।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले कई दशकों से सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देकर इन सिद्धांतों को ताक पर रख दिया है। श्री रणधीर जायसवाल ने कहा कि अब सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति के निर्णय के अनुसार, भारत इस संधि को तब तक स्थगित रखेगा, जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन, विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से त्याग नहीं देता।