Welcome to The Indian Awaaz   Click to listen highlighted text! Welcome to The Indian Awaaz

अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज गुरुवार को फोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर चर्चा की, जिसमें आतंकियों ने 26 निहत्थे लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने की बात भारत ने साफ तौर पर रखी। राजनाथ सिंह ने अमेरिकी समकक्ष को बताया कि पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवादियों को समर्थन, प्रशिक्षण और फंडिंग देता रहा है और अब पूरी दुनिया को इस सच्चाई को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसे राष्ट्र के रूप में बेनकाब हो चुका है जो वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और पूरे क्षेत्र को अस्थिर कर रहा है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि ऐसे जघन्य आतंकी हमलों की स्पष्ट और दृढ़ निंदा होनी चाहिए। इस पर अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के पूर्ण समर्थन की पुष्टि की और कहा, “अमेरिका भारत के साथ खड़ा है और भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है।”

गौरतलब है कि पहलगाम हमले से कुछ दिन पहले, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने 16 अप्रैल को इस्लामाबाद में प्रवासी पाकिस्तानियों के एक सम्मेलन में भारत विरोधी बयान दिया था। इसके दो दिन बाद, 18 अप्रैल को पाक अधिकृत कश्मीर के खैगला, रावलकोट में लश्कर-ए-तैयबा के एक नेता ने भी भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया और मारे गए आतंकियों का बदला लेने की धमकी दी थी। इसके बाद ही लश्कर के संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने बैसरन घाटी में हमला किया।

इस हमले के बाद से नियंत्रण रेखा (LoC) पर भी हालात बिगड़ गए हैं। पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए लगातार सातवें दिन, गुरुवार को भी फायरिंग की। 30 अप्रैल और 1 मई की रात कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टर में पाकिस्तानी चौकियों से बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलाबारी की गई। भारतीय सेना ने हर बार की तरह इस फायरिंग का तत्काल और उचित जवाब दिया।

एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री से बातचीत के बाद कहा, ‘ पहलगाम हमले के गुनहगारों को सजा दिला कर रहेंगे’

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष मार्को रुबियो से बात की है। उन्होंने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर दी। जिसके मुताबिक भारत इस हमले की साजिश रचने वालों और हमलावरों को सजा दिलाने को प्रतिबद्ध है।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव पर जयशंकर और रुबियो ने बात की। विदेश मंत्री जयशंकर सोशल मीडिया हैंडल एक्स पोस्ट में इसकी जानकारी देते हुए लिखा, “कल अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की। इसके अपराधियों, समर्थकों और योजनाकारों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।”

विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस की ओर से जारी एक बयान में इस बातचीत का विवरण दिया गया। रुबियो ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने भारत से आतंक के खिलाफ जंग जारी रखने के साथ तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भी काम करने की अपील की।

विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बुधवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से फोन पर बात की। जयशंकर से बातचीत में रुबियो ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए दुख जताया। आतंकी हमले में 26 निहत्थे लोग मारे गए थे।

उधर, इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि शरीफ ने अमेरिकी विदेश मंत्री को दक्षिण एशिया के हालिया घटनाक्रमों पर पाकिस्तानी दृष्टिकोण से अवगत कराया। पाकिस्तान ने भारत की ओर से सिंधु जल समझौता रद करने का मुद्दा उठाया और कहा कि यह 24 करोड़ लोगों की जीवनरेखा से जुड़ा मामला है।

अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने पाकिस्तान से हुई बातचीत का भी विवरण दिया। उन्होंने कहा, “विदेश सचिव ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की निंदा की। फिर दोनों नेताओं ने आतंकवादियों को उनकी जघन्य हिंसा के लिए जवाबदेह ठहराने की अपनी निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि की।”

बयान में कहा गया, “सचिव ने इस अमानवीय हमले की जांच में पाकिस्तानी अधिकारियों से सहयोग करने को कहा। उन्होंने पाकिस्तान को तनाव कम करने, सीधे संचार को फिर से स्थापित करने और दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भारत के साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित किया।” (इनपुट-आईएएनएस)

Click to listen highlighted text!