Last Updated on November 7, 2025 11:32 pm by INDIAN AWAAZ

शुक्रवार को घरेलू शेयर बाज़ार हल्की गिरावट के साथ बंद हुए। शुरुआती कमजोर शुरुआत के बाद बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं के दिग्गज शेयरों में खरीदारी से सेंसेक्स ने कुछ नुकसान की भरपाई की। कुछ कंपनियों के सकारात्मक दूसरी तिमाही (Q2) नतीजों से बाज़ार को आंशिक सहारा मिला, हालांकि निवेशक सत्र भर सतर्क बने रहे।
सेंसेक्स 94.73 अंक या 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83,216.28 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह सूचकांक 82,670.95 के निचले और 83,390.11 के ऊपरी स्तर तक गया। वहीं निफ्टी 50 मामूली 17 अंकों की गिरावट के साथ 25,492.30 पर स्थिर रहा।
क्षेत्रवार प्रदर्शन
🔹 बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर:
दिन के दौरान सबसे मजबूत प्रदर्शन इन क्षेत्रों का रहा। निफ्टी बैंक 322 अंक (0.56%) और निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज 205 अंक (0.76%) की बढ़त के साथ बंद हुए। आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी बैंक में खरीदारी देखने को मिली।
🔹 ऑटो सेक्टर:
त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने की उम्मीद से निफ्टी ऑटो 153 अंक (0.57%) ऊपर रहा। महिंद्रा एंड महिंद्रा में मजबूत बढ़त देखी गई, जबकि टाटा मोटर्स में हल्की मुनाफावसूली हुई।
🔹 आईटी और एफएमसीजी:
आईटी और उपभोक्ता कंपनियों पर दबाव दिखा। निफ्टी आईटी 220 अंक (0.62%) और निफ्टी एफएमसीजी 274 अंक (0.49%) नीचे रहे। टेक महिंद्रा, टीसीएस, एचसीएल टेक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी में बिकवाली हावी रही।
🔹 धातु और ऊर्जा:
टाटा स्टील और पावरग्रिड जैसे शेयरों में सीमित बढ़त देखने को मिली। मेटल सेक्टर को वैश्विक कमोडिटी कीमतों में मजबूती का कुछ सहारा मिला।
मिडकैप शेयरों में बेहतर रुझान
ब्रॉडर मार्केट में मिडकैप शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी मिडकैप 100 374 अंक (0.63%) चढ़ा, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 29 अंक (0.16%) गिरा। निवेशक चुनिंदा मिडकैप और इंफ्रास्ट्रक्चर शेयरों में खरीदारी करते दिखे।
आगे की दिशा
बाज़ार विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले दिनों में कारोबार की दिशा तिमाही नतीजों, विदेशी निवेशकों की गतिविधियों और वैश्विक संकेतों से तय होगी। ब्याज दरों से जुड़ी अमेरिकी फेड की टिप्पणियों पर भी निवेशकों की नज़र रहेगी।
विशेषज्ञों के अनुसार, निकट भविष्य में बैंकिंग, ऑटो और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में तेजी बनी रह सकती है, जबकि आईटी और एफएमसीजी में कुछ और सुधार का इंतजार रहेगा।
