
BIZ DESK
भारतीय शेयर बाजारों ने शुक्रवार को चार कारोबारी सत्रों की गिरावट को समाप्त करते हुए मजबूत तेजी दिखाई। नवंबर महीने के अमेरिकी महंगाई (US CPI) आंकड़े उम्मीद से कम रहने के बाद वैश्विक बाजारों में आई मजबूती का असर घरेलू बाजार पर भी दिखा। इससे अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा आगे ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें और मजबूत हुईं। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की ताजा खरीदारी ने बाजार की धारणा को सहारा दिया।
बीएसई सेंसेक्स 447.55 अंक यानी 0.53% की तेजी के साथ 84,929.36 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 585.69 अंक चढ़कर 85,067.50 के स्तर तक पहुंच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 ने 150.85 अंक (0.58%) की बढ़त के साथ 25,966.40 पर सत्र का समापन किया।
ब्रॉडर मार्केट का बेहतर प्रदर्शन
मुख्य सूचकांकों के मुकाबले मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में ज्यादा तेजी देखने को मिली।
- बीएसई मिडकैप इंडेक्स: लगभग 1.3% की बढ़त
- बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स: लगभग 1.3% की बढ़त
बाजार की चौड़ाई सकारात्मक रही, जहां हर एक गिरने वाले शेयर के मुकाबले करीब दो शेयरों में तेजी दर्ज की गई।
सेंसेक्स के टॉप गेनर्स और लूजर्स
टॉप गेनर्स:
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL)
- पावर ग्रिड कॉरपोरेशन
- टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स
(तीनों शेयरों में 2% से ज्यादा की तेजी)
इसके अलावा एशियन पेंट्स, लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज और इंफोसिस में करीब 1% की बढ़त दर्ज की गई।
लूजर्स:
- एचसीएल टेक्नोलॉजीज (करीब 1% की गिरावट)
- कोटक महिंद्रा बैंक
- आईसीआईसीआई बैंक
- टीसीएस
- सन फार्मा
सेक्टर वाइज प्रदर्शन
- कैपिटल गुड्स और इंफ्रास्ट्रक्चर: मजबूत बढ़त, एलएंडटी और पावर ग्रिड में अच्छी खरीदारी
- डिफेंस सेक्टर: भारत इलेक्ट्रॉनिक्स ने बेहतर ऑर्डर आउटलुक के चलते शानदार प्रदर्शन किया
- ऑटोमोबाइल: टाटा मोटर्स पीवी में मांग और मार्जिन को लेकर सकारात्मकता
- एफएमसीजी / कंज्यूमर: एशियन पेंट्स को कच्चे माल की लागत में नरमी से फायदा
- फाइनेंशियल्स: मिलाजुला रुख, जहां बजाज समूह के शेयरों में तेजी रही, वहीं निजी बैंकों पर दबाव दिखा
- आईटी सेक्टर: कमजोर, एचसीएल टेक और टीसीएस में मुनाफावसूली
- फार्मा: दबाव में, सन फार्मा प्रमुख गिरावट वाले शेयरों में शामिल
रुपया और वैश्विक संकेत
भारतीय रुपया भी मजबूत रहा और डॉलर के मुकाबले 89.25 पर बंद हुआ। सत्र के आखिरी घंटे में आई मजबूती ने बाजार के सकारात्मक माहौल को और बल दिया। वैश्विक स्तर पर, अमेरिकी महंगाई आंकड़ों के बाद इमर्जिंग मार्केट्स में खरीदारी का रुझान देखने को मिला।
आगे का रुख
कम होती वैश्विक महंगाई, संभावित ब्याज दर कटौती और विदेशी निवेशकों की वापसी से निकट भविष्य में बाजार का रुख सकारात्मक बना रह सकता है। हालांकि, निवेशकों की नजरें आने वाले वैश्विक केंद्रीय बैंक संकेतों और घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर रहेंगी, जिससे सेक्टर-रोटेशन जारी रहने की संभावना है।
