Staff Reporter / Patna
पटना: हाल ही में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद एक हफ्ते की चुप्पी तोड़ते हुए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने शुक्रवार को चुनाव आयोग (ईसी) पर तीखा हमला बोला। पार्टी ने आरोप लगाया कि “जनता का जनादेश चोरी कर लिया गया” और आयोग को पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जनता के सामने स्पष्ट स्पष्टीकरण देना चाहिए।

लालू प्रसाद के नेतृत्व वाली आरजेडी ने प्रचार अभियान के दौरान बार-बार “वोट चोरी” के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी अपनी रैलियों में इसी आरोप को दोहराया था। इन्हीं आरोपों को आगे बढ़ाते हुए आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने एक विस्तृत वीडियो बयान में कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान किए गए कई वित्तीय लेन-देन गंभीर सवाल खड़े करते हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत लाभार्थियों के बैंक खातों में चुनाव के बीच धनराशि भेजी गई—चाहे वह जीएसटी एडवांस हो या वर्ल्ड बैंक से जुड़े भुगतान। यादव ने कहा, “इसके बावजूद चुनाव आयोग ने कोई कदम नहीं उठाया। अगर मतदान प्रक्रिया के दौरान इस तरह की रकम भेजने की अनुमति है, तो फिर आचार संहिता का क्या मतलब है?”

आरजेडी ने यह भी आरोप लगाया कि आयोग ने कई सीटों पर बड़ी संख्या में डाक मतपत्र (पोस्टल बैलेट) खारिज कर चुनाव परिणामों को प्रभावित किया, खासकर उन निर्वाचन क्षेत्रों में जहाँ मुकाबला बेहद कड़ा था। पार्टी ने नबीनगर, अगियावां और संदेह जैसी सीटों का उदाहरण दिया, जहाँ सैकड़ों पोस्टल वोट रद्द किए जाने के कारण नतीजे प्रभावित हुए। नबीनगर में आरजेडी 112 वोट से हारी जबकि 132 पोस्टल बैलेट खारिज किए गए। संदेह में पार्टी 27 वोट से हारी जबकि 360 पोस्टल वोट अवैध घोषित किए गए।

इसके अलावा, पार्टी ने कई अनियमितताओं का हवाला दिया—संवेदनशील केंद्रों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को ढँक देना, सासाराम के स्ट्रॉन्गरूम में एक ट्रक के प्रवेश की खबरें और सार्वजनिक स्थानों पर फेंके गए वीवीपैट स्लिप्स का मिलना। आरजेडी ने कहा कि ये घटनाएं “राज्य मशीनरी के दुरुपयोग और चुनावी हेरफेर” की ओर इशारा करती हैं।

आरजेडी का कहना है कि संवैधानिक संस्थाओं को “हाइजैक” किया जा रहा है और जब तक चुनाव आयोग इन प्रश्नों का जवाब नहीं देता, उसकी निष्पक्षता पर सवाल बना रहेगा। पार्टी ने जनता से “लोकतंत्र बचाने के लिए आगे आने” की अपील की।

पार्टी ने एक वायरल सोशल मीडिया पोस्ट का भी उल्लेख किया, जिसमें राजगीर और कुरहानी के दो जदयू छात्र कथित तौर पर खाली मतपत्र दिखाते नजर आए। आरजेडी ने दावा किया कि यह भी चुनावों में अनियमितताओं का प्रमाण है।