
BIZ DESK
सप्ताह की शुरुआत घरेलू शेयर बाज़ारों के लिए सकारात्मक रही। निवेशकों का विश्वास तब और मज़बूत हुआ जब भारत की वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (Q1) जीडीपी वृद्धि दर 7.8% दर्ज की गई, जो उम्मीदों से अधिक रही। वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच इसने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती का संकेत दिया। इसके अलावा, शंघाई सहयोग संगठन (SCO) द्वारा पहलगाम आतंकी हमले की निंदा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आतंकवाद पर सख़्त वैश्विक प्रस्तुति ने भी धारणा को समर्थन दिया।
बेंचमार्क इंडेक्स का प्रदर्शन
सेंसेक्स 554.84 अंक (0.70%) चढ़कर 80,364.49 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 80,406.84 के उच्च स्तर तक गया।
निफ़्टी 50 198.20 अंक (0.81%) की तेजी के साथ 24,625.05 पर बंद हुआ।
सेक्टरवार स्थिति
- ऑटो सेक्टर: दिन का सबसे बड़ा विजेता रहा। निफ़्टी ऑटो 2.80% (699 अंक) उछला। महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स में मज़बूत बढ़त देखने को मिली।
- आईटी सेक्टर: निफ़्टी आईटी 1.59% (559.40 अंक) ऊपर गया। इंफोसिस, टेक महिंद्रा, टीसीएस और एचसीएल टेक में निवेशकों की ख़रीदारी रही।
- बैंकिंग और वित्तीय सेवाएँ: निफ़्टी बैंक 0.65% (346 अंक) और निफ़्टी फिन सर्विस 0.69% (175.80 अंक) ऊपर रहे। आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और बजाज फाइनेंस ने बढ़त दर्ज की।
- कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और पेंट्स: एशियन पेंट्स और ट्रेंट में ख़रीदारी बढ़ी, जीएसटी दरों में संभावित ढील की उम्मीदों के कारण।
- मेटल और सीमेंट: टाटा स्टील और अल्ट्राटेक सीमेंट में तेजी आई।
- पावर सेक्टर: एनटीपीसी और पावरग्रिड मज़बूती से बंद हुए।
ब्रॉडर मार्केट
छोटे और मझोले शेयरों ने भी बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया:
- निफ़्टी मिडकैप 100 1.97% (1,098 अंक) चढ़ा।
- निफ़्टी स्मॉलकैप 100 1.57% (271.10 अंक) ऊपर गया।
- निफ़्टी 100 0.91% (228 अंक) बढ़ा।
टॉप गेनर्स और लूज़र्स
गैनर्स: महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, अदानी पोर्ट्स, ट्रेंट, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एशियन पेंट्स, एक्सिस बैंक, पावरग्रिड, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, बीईएल, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस और एचसीएल टेक।
लूज़र्स: सन फार्मा, आईटीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर।
आगे का रुझान
विश्लेषकों का मानना है कि तेजी घरेलू अर्थव्यवस्था की मजबूती और नीतिगत अपेक्षाओं से जुड़ी है। आगामी जीएसटी परिषद बैठक में संभावित ढील से ऑटो और कंज्यूमर सेक्टर को और मज़बूती मिल सकती है।
वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच निवेशकों का रुझान ऑटो, आईटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे ग्रोथ सेक्टरों की ओर रहने की संभावना है, जबकि डिफेंसिव शेयर दबाव में रह सकते हैं।
