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WEB DESK

संसद में पास हुए कृषि से जुड़े तीन बिलों का विरोध अब किसान सड़क पर उतर गए हैं। कृषि विधेयकों के खिलाफ किसान संगठनों ने आज यानी शुक्रवार (25 सितंबर) को भारत बंद बुलाया है। बिलों के खिलाफ देश भर में भारत बंद के तहत किसान आज सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच किसानों ने पंजाब के जालंधर में फिल्लौर के पास अमृतसर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया है। माना जा रहा है कि पंजाब, हरियाणा से लेकर उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र तक के किसान आज इस भारत बंद में शामिल हो रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन समेत विभिन्न किसान यूनियनों ने ऐलान किया है कि इस कृषि बिल के खिलाफ वे आज देशभर में चक्का जाम करेंगे। माना जा रहा है कि इस प्रदर्शन को कांग्रेस, अकाली दल और आम आदमी पार्टी समेत करीब 18 विपक्षी दलों का भी समर्थन हासिल है।

पंजाब के अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष समिति का रेल रोको अभियान जारी है. किसान पूरी रात रेलवे ट्रैक पर ही डटे रहे और कृषि बिल का विरोध करते रहे. किसानों का कहना है कि हम 26 सितंबर तक रेल रोको अभियान चलाएंगे, उसके बाद भी अगर सरकार बिल वापस नहीं लेती है तो हम आगे की रणनीति बनाएंगे.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि किसानों से MSP छीन ली जाएगी. उन्हें कांट्रेक्ट फार्मिंग के जरिए खरबपतियों का गुलाम बनने पर मजबूर किया जाएगा. न दाम मिलेगा, न सम्मान. किसान अपने ही खेत पर मजदूर बन जाएगा. भाजपा का कृषि बिल ईस्ट इंडिया कम्पनी राज की याद दिलाता है. हम ये अन्याय नहीं होने देंगे.

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कृषि बिल के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाली है. इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि सरकार ने हमारे ‘अन्नदात’को ‘निधि दात’ के माध्यम से कठपुतली बना दिया है. कृषि बिल किसान विरोधी है. सरकार ने कहा था कि वे 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करेंगे, लेकिन ये बिल उन्हें और गरीब बना देगा. कृषि क्षेत्र का कॉर्पोरेटकरण किया गया है.

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