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कांग्रेस के एक डेलीगेशन ने सोमवार को निर्वाचन आयोग पहुंचकर प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी और कुछ अन्य विषयों पर शिकायतें दर्ज कराईं. कुल 17 शिकायतें की गई हैं. ये सभी शिकायतें गंभीर हैं और देश के संविधान के मूल सिद्धांतों पर आघात करने वाली हैं.

कांग्रेस ने सोमवार को चुनाव आयोग से मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के हाल ही में राजस्थान में दिए उस बयान पर एतराज जाहिर किया है, जिसमें मोदी ने न सिर्फ यह दावा किया कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में माताओं-बहनों के सोने का हिसाब करके उसे बांटने की बात कही गई है, बल्कि ये भी आरोप लगाया कि इस बंटवारे में पहला अधिकार मुसलमानों का होगा. कांग्रेस के मुताबिक उसने चुनाव आयोग (ECI) से शिकायत की है कि पीएम मोदी का बयान उन नियम-कायदों के खिलाफ है, जिनमें चुनाव के दौरान धार्मिक आधार पर आरोप लगाने और बयानबाजी करने पर पाबंदी लगाई गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी और गुरदीप सिंह सप्पल ने चुनाव आयोग जाकर पार्टी की तरफ से इस बारे में शिकायत दर्ज कराई है.

मोदी के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे आयोग : कांग्रेस 

कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने मीडिया को बताया कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे, क्योंकि उन्होंने राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान दिए अपने भाषण में ‘लोगों को धर्म के आधार पर बांटने, वैमनस्य फैलाने वाले दुर्भावनापूर्ण’ बयान देकर चुनाव आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन किया है. सोमवार को सिंघवी की अगुवाई में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला और मोदी की टिप्पणी समेत कई मसलों पर अपनी शिकायत दर्ज कराई. आयोग से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में सिंघवी ने कहा, ‘‘हमने कुल 17 शिकायतें की हैं. ये सभी शिकायतें गंभीर हैं और देश के संविधान के मूल सिद्धांतों पर आघात करने वाली हैं. हम आशा करते हैं कि जल्द से जल्द ठोस और स्पष्ट कदम उठाए जाएंगे.’’