AMN / NEW DELHI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं से आगामी लोकसभा चुनाव में 370 सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के लिए अगले 100 दिनों तक स्‍वयं को समर्पित करने का अपील की है। उन्‍होंने राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन – एनडीए को 400 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है, जिसमें भाजपा की 370 सीटें शामिल हैं। श्री मोदी नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित दो दिवसीय भाजपा राष्ट्रीय सम्मेलन के पहले दिन पदाधिकारियों की बैठक के दौरान पार्टी नेताओं को संबोधित कर रहे थे। श्री मोदी ने यह भी कहा कि भाजपा अपने विकास कार्यों और गरीब कल्याण से संबंधित पहलों को लेकर लोकसभा चुनाव में उतरेगी।

भाजपा महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए हर बूथ पर अतिरिक्त 370 वोट जोड़ने का आग्रह किया। श्री तावड़े ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 370 सीटें जीतने का जो लक्ष्य रखा है वह एक संख्या नहीं है, बल्कि यह भाजपा के विचारक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि होगी, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। 

श्री तावड़े ने कहा कि पार्टी 25 फरवरी से सौ दिन का कार्यक्रम शुरू करेगी जिसमें भाजपा कार्यकर्ता नए मतदाताओं से जुड़ने और सरकार की विकास संबंधी कार्यक्रमों की पहलों के बारे में जानकारी देने के लिए हर बूथ तक पहुंचेंगे।

श्री तावड़े ने यह भी कहा कि सम्मेलन के दौरान आज विकसित भारत, मोदी की गारंटी, फिर एक बार मोदी सरकार नाम से एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा।

भाजपा का दो दिन का राष्ट्रीय अधिवेशन आज पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के साथ शुरू हुआ। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, अमित शाह, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी सहित केंद्रीय मंत्री उपस्थित हैं। इस अधिवेशन में केंद्रीय मंत्री, पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, राज्य मंत्री, राष्ट्रीय और राज्य पार्टी पदाधिकारी, सांसद और विधायक सहित लगभग 11 हजार 500 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

अधिवेशन के दौरान, भाजपा नेता संगठन से संबंधित व्‍यापक एजेंडे पर विचार-विमर्श करने के अलावा आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा करेंगे। यह सम्‍मेलन कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समापन संबोधन के साथ संपन्‍न होगा।सम्मेलन के पहले दिन आज शाम विकसित भारत पर एक प्रस्ताव लाया गया। पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रस्ताव पेश किया जिसका केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, एल मुरुगन और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समर्थन किया।