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ईरान और इज़राइल के बीच जारी संघर्ष और भी तेज़ हो गया है, जहां दोनों देश लगातार एक-दूसरे पर मिसाइल हमले कर रहे हैं। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा है कि इज़राइल को सज़ा मिलती रहेगी। यह बयान उन्होंने अमेरिका द्वारा ईरान पर हमलों में इज़राइल का साथ देने के बाद दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि “इज़राइल ने बहुत बड़ी गलती की है।”

ईरानी सैन्य अधिकारियों ने कहा है कि अमेरिका द्वारा फोर्दो, नतांज़ और इस्फहान में परमाणु ठिकानों पर हमले के जवाब में जवाबी कार्रवाई के समय, स्वरूप और स्तर पर विचार किया जा रहा है। ईरान की संसद ने सामूहिक रूप से होर्मुज़ जलडमरूमध्य को बंद करने का प्रस्ताव पास किया है, जो दुनिया के सबसे अहम तेल और गैस मार्गों में से एक है। हालांकि, इस प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद से मिलनी बाकी है।

इस संभावित बंदी के चलते वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतें तेजी से बढ़ने लगी हैं और कई शिपिंग कंपनियों ने अपने जहाजों को हाई अलर्ट पर रखा है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर होर्मुज़ जलडमरूमध्य बंद हुआ, तो तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर जा सकती हैं। यह जलमार्ग वैश्विक तेल निर्यात का लगभग 20 प्रतिशत और एक बड़ी मात्रा में तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) की आपूर्ति का माध्यम है।

उधर, अमेरिका ने खाड़ी क्षेत्र में अपनी सैन्य मौजूदगी को हाई अलर्ट पर रखा है। पेंटागन नौसैनिक टकराव की स्थिति के लिए तैयारियों में जुटा है, क्योंकि होर्मुज़ जलडमरूमध्य की बंदी वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा बन सकती है।

इस बीच, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक़ची रूस के दौरे पर मास्को पहुंचे हैं, जहां वह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मौजूदा हालात पर चर्चा करेंगे।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने न्यूयॉर्क में सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में क्षेत्र में बढ़ते संकट पर चिंता व्यक्त करते हुए तत्काल युद्धविराम और तनाव कम करने की अपील की। यह बैठक रूस और चीन के अनुरोध पर बुलाई गई थी, जिसमें उन्होंने तत्काल और बिना शर्त युद्धविराम का प्रस्ताव रखा।

बैठक में ईरान के प्रतिनिधि अमीर सईद ईरवानी ने कहा कि तेहरान को अमेरिका की आक्रामकता के खिलाफ आत्मरक्षा का अधिकार है। इज़राइल के यूएन दूत डैनी डैनन ने अमेरिका के हमलों का समर्थन करते हुए कहा कि इससे दुनिया और सुरक्षित बनी है। वहीं रूस के राजदूत वासिली नेबेंज्या ने कहा कि अमेरिका ने “पेंडोरा बॉक्स” खोल दिया है और उसे कूटनीति में कोई रुचि नहीं है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान में सत्ता परिवर्तन की संभावना जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि अगर मौजूदा सरकार ईरान को फिर से महान नहीं बना सकती, तो नेतृत्व में बदलाव होना चाहिए।

ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने ट्रंप के निर्णय का समर्थन करते हुए क्षेत्र में तनाव कम करने और कूटनीतिक रास्ते की ओर लौटने की अपील की है।