नई दिल्ली: कांग्रेस के नेता एवं सांसद शशि थरूर ने दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण पर गुस्सा जाहिर करते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने दुनिया के कुछ देशों की सूची दिखाई है, जिसमें दिल्ली सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है। उन्होंने लिखा कि दिल्ली आधिकारिक तौर पर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है। यहां हवा का स्तर 4 गुना खतरनाक है और यह शहर दूसरे सबसे प्रदूषित शहर ढाका से लगभग पांच गुना ज्यादा प्रदूषित है। यह गलत है कि हमारी सरकार सालों से इसको देख रही है और इसके बारे में कुछ नहीं करती है।

दिल्ली शहर नवंबर से जनवरी तक सही ढंग से नहीं है रहने लायक

शशि थरूर ने आगे लिखा कि मैंने 2015 से सांसदों सहित विशेषज्ञों और हितधारकों के लिए वायु गुणवत्ता गोलमेज सम्मेलन चलाया है, लेकिन पिछले साल इसे छोड़ दिया क्योंकि कुछ भी नहीं बदला और किसी को भी इसकी परवाह नहीं थी। ये शहर नवंबर से जनवरी तक सही ढंग से रहने लायक नहीं है। बाकी के साल में भी रहना कठिन है। कांग्रेस नेता ने एक बेहद गंभीर सवाल किया है कि क्या दिल्ली को देश की राजधानी होनी चाहिए।

दिल्ली विश्वविद्यालय का बड़ा फैसला

दिल्ली विश्वविद्यालय ने शहर में वायु गुणवत्ता के बिगड़ते स्तर के बीच घोषणा की कि वह 23 नवंबर तक ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करेगा। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खतरनाक रूप से उच्च स्तर पर पहुंच गया है, जिससे स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। बीते दिन 18 नवंबर को शाम चार बजे दिल्ली में एक्यूआई 494 था। एक अधिसूचना में विश्वविद्यालय ने कहा, “दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों और विभागों के छात्रों के व्यापक हित में यह फैसला लिया गया है कि कक्षाएं शनिवार 23 नवंबर, 2024 तक ऑनलाइन माध्यम में संचालित की जाएंगी। सोमवार, 25 नवंबर 2024 से नियमित क्लास फिर से शुरू होंगी।