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प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कोविड-19 से संबंधित विभिन्‍न मुद्दों पर राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक में लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से हटाने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई। हमारे संवाददाता ने बताया कि बैठक में गृहमंत्री अमित शाह और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉक्‍टर हर्षवर्धन भी शामिल थे।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन के सकारात्‍मक परिणाम मिले है, क्‍योंकि देश पिछले डेढ़ महीने से हजारों लोगों का जीवन बचाने में सफल रहा है। उन्‍होंने इस महामारी से निपटने से उत्‍पन्‍न स्थिति और कार्य योजना पर चर्चा के लिए वीडियो कांफ्रेंस के माध्‍यम से राज्‍य के मुख्‍यमंत्रियों के साथ बातचीत करते हुए ये बात कही। प्रधानमंत्री की मुख्‍यमंत्रियों के साथ इस तरह की यह चौ‍थी बैठक थी। श्री मोदी ने कहा कि भारत की जनसंख्‍या कई देशों की जनसंख्‍या के बराबर है। भारत सहित कई देशों की स्थिति मार्च के प्रारम्‍भ में लगभग एक जैसी थी, लेकिन समय से कदम उठाये जाने के कारण भारत बहुत लोगों की रक्षा करने में सफल रहा। श्री मोदी ने चेतावनी दी कि इस वायरस का खतरा अभी बना हुआ है और लगातार सावधानी ही सबसे अधिक महत्‍वपूर्ण है।

‘दो गज दूरी’ के मंत्र को दोहराते हुए उन्‍होंने कहा कि मास्‍क और चेहरा ढकना आने वाले दिनों में लोगों के जीवन का हिस्‍सा बन जाएंगे। उन्‍होंने कहा कि इन परिस्थितियों के अंतर्गत प्रत्‍येक व्‍यक्ति का उद्देश्‍य त्‍वरित प्रतिक्रिया होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने बताया कि कई लोग स्‍वयं ही घोषित कर रहे है कि उन्‍हें खांसी, जुकाम या कोई अन्‍य लक्षण है और यह स्‍वागत योग्‍य चिन्‍ह है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्‍यवस्‍था और कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष को महत्‍व दिया जाना चाहिए।