
इंद्र वशिष्ठ,
नई दिल्ली, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान और आतंकवाद का रिश्ता पूरी दुनिया में बेनकाब हो चुका है। जब भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के आतंकी अड्डों पर हमला किया, तो जवाब पाकिस्तानी सेना ने दिया। मारे गए आतंकवादियों के नमाज ए जनाजा में पूरी दुनिया ने पाक सेना के आला अफसरों को शामिल होते हुए देखा। वे जनाज़े को कंधा दे रहे थे।
गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल के अलंकरण समारोह एवं रुस्तमजी स्मृति व्याख्यान में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
गृह मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर हमारी भूमि पर हुए आतंकी हमलों के जवाब के इतिहास में सबसे सटीक और सभी उद्देश्यों की पूर्ति करने वाला था। ऑपरेशन सिंदूर, प्रधानमंत्री की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, खुफ़िया एजेंसियों की सटीक सूचनाओं और हमारी सेनाओं की मारक क्षमता का अद्भुत प्रदर्शन है।
अमित शाह ने कहा कि 2014 में जब नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने, उसके बाद पहला सबसे बड़ा आतंकी हमला उरी में हमारे जवानों पर हुआ, तब हमने सर्जिकल स्ट्राइक कर पहली बार आतंकियों के ठिकानों में घुसकर आतंकवादियों को जवाब देने का काम किया। हम मानते थे कि भारत के इस संदेश से शायद अब सब कुछ रुक जाएगा, लेकिन नहीं रूका और पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमला हुआ। भारतीय सेनाओं ने एयर स्ट्राइक कर कठोर जवाब देते हुए एक बार फिर आतंकी अड्डों को उड़ाने का काम किया।
गृह मंत्री ने कहा कि इसके बाद पहलगाम में तो इंतिहा ही हो गई जब निर्दोष लोगों को धर्म पूछकर उनके परिवार, महिलाओं,बच्चों के सामने चुन-चुन कर निर्ममतापूर्वक मारने का पाप पाक-प्रेरित आतंकियों ने किया। ऑपरेशन सिंदूर ही उसका उचित जवाब है। आज पूरी दुनिया हमारी सशस्त्र सेनाओं की वीरता और मारक क्षमता की प्रशंसा कर रही है। ऑपरेशन सिंदूर ने कुछ ही मिनटों में 9 आतंकी अड्डों को समाप्त कर दिया जिनमें से दो आतंकी संगठनों के मुख्यालय थे।
भारतीय सेनाओं ने सिर्फ आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया, जिन्होंने हमारी धरती पर गुनाह किया। हमने हमला सिर्फ आतंकवादियों पर किया था। लेकिन पाकिस्तान ने साबित कर दिया कि आतंकवाद उसके द्वारा प्रायोजित है और उसने आतंकवादियों पर किए गए हमले को खुद पर हमला मानकर हमारे देश के नागरिक और सैन्य संस्थानों पर हमला करने का दुस्साहस कर दिया।
गृह मंत्री ने कहा कि भारत का एयर डिफेंस सिस्टम बहुत अद्भुत है और पाकिस्तान के हमले हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सके। भारतीय सशस्त्र सेनाओं ने उनके एयरबेस पर हमला कर एक प्रखर और कठोर जवाब देकर हमारी मारक क्षमता का परिचय कराया और पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को खोखला साबित कर दिया।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में बीएसएफ के मोहम्मद इम्तियाज़ अहमद और दीपक चिंगाखम ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और उनका नाम देश की रक्षा के इतिहास में हमेशा के लिए स्वर्णाक्षरों में अंकित हो गया है।
गृह मंत्री ने कहा कि 1965 से 2025 तक की बीएसएफ की यात्रा यह बताती है कि विकट परिस्थितियों में अल्प संसाधनों के साथ शुरू हुआ यह संगठन आज दुनिया का सबसे बड़ा और गौरवमयी सीमा सुरक्षा बल बनकर हमारे सामने खड़ा है। देशभक्ति के आधार पर सभी कठिनाइयों को पार कर किस प्रकार विश्व में सर्वश्रेष्ठ बना जा सकता है, इसका सबसे उत्कृष्ट उदाहरण सीमा सुरक्षा बल है। विषम परिस्थितियां, 45 डिग्री से अधिक या बहुत कम तापमान, घने जंगल, दुर्गम पहाड़ और समुद्र के किनारे बीएसएफ के प्रहरियों ने जो देशभक्ति और निष्ठा दिखाई है उसी से बीएसएफ को फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस का सम्मान मिला है।
शाह ने कहा कि बीएसएफ को बल की योग्यता देख कर दो सबसे कठिन सीमाओं, बांग्लादेश और पाकिस्तान, की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी दी गई।