इंद्र वशिष्ठ

, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 71.5 लाख रुपए की बेहिसाब नकद धनराशि की बरामदगी के मामले में नागालैंड सरकार के एडिशनल सेक्रेटरी सहित तीन आरोपियों के दिल्ली एवं नागालैंड स्थित परिसरों में 11 स्थानों पर तलाशी ली। इस तलाशी में आपत्तिजनक दस्तावेज एवं डिजिटल उपकरण आदि की बरामदगी हुई।सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने बताया कि सीबीआई ने नागालैंड सरकार के कृषि विभाग के‌ एडिशनल सेक्रेटरी जितेंद्र गुप्ता (आईएएस, 2013 बैच) ,उप वन संरक्षक रामपौकाई तथा सहायक सर्जन ऑटो विहोई ,पशु चिकित्सा, पशुपालन विभाग के विरुद्ध तत्काल मामला दर्ज किया।

आरोप है कि नागालैंड में प्रोजेक्ट फोकस (फोस्टरिंग क्लाइमेट रेजिलेंट अपलैंड फार्मिंग सिस्टम) के तहत आरोपी कार्य कर रहे थे।  आरोप है कि जब आरोपी, दीमापुर से दिल्ली तक हवाई यात्रा कर रहे थे, तब उनके पास से 71.50 लाख रुपए की नकद राशि की बरामदगी हुई , जिस पर आयकर विभाग द्वारा उनसे पूछताछ की गई थी। आरोपियों द्वारा किए गए खुलासे के आधार  पर यह पता चला कि नकद राशि आरोपी एडिशनल सेक्रेटरी जितेंद्र गुप्ता की थी, जिसने बिलों को मंजूरी देने हेतु प्रोजेक्ट  से जुड़े विभिन्न व्यक्तियों से रिश्वत के रूप में प्राप्त किया था। आरोप है कि उक्त आरोपियों ने  रिश्वत राशि को स्वीकारने एवं इसे दिल्ली तक भेजने में षड्यंत्र रचा। इस मामले में जाँच जारी है।