
BY ASHU SAXENA
नई दिल्ली
संसद के बजट सत्र का आज 5वां दिन है। इस दौरान संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई। लोकसभा में पीएम मोदी चर्चा का जबाव दे रहे हैं। वहीं लोकसभा में भारतीय नागरिकों के साथ अमेरिकी व्यवहार के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। हालांकि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस मामले में संसद के दोनों सदनों में बयान दिया है। लेकिन विपक्ष इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग कर रहा है।
लोकसभा में गूंजा नारा- “भारतीयों का अपमान, नही सहेगा हिंदुस्तान”
लोकसभा की कार्यवाही दो बार स्थगन के बाद दोपहर 3:30 बजे शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री के बयान की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। भारतीयों का अपमान, नही सहेगा हिंदुस्तान’ के नारे सदन में गूंजते रहे। विदेश मंत्री जयशंकर ने इस नारेबाजी के बीच बयान जारी रखा और इस घटना को सामान्य प्रक्रिया बताया। उन्होंने कहा कि 2009 से 2014 तक हर साल अमेरिका से अवैध प्रवासी भारतीयों को भेजा गया था।
विदेश मंत्री के बयान के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि अब बजट पर सामान्य चर्चा शुरू होनी है।
उन्होंने कहा, क्या विपक्ष इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा चाहता है। आपको जनता ने ऐसे जनहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए चुनकर भेजा है। आप जनहित के सुझाव दें। सदन में हंगामा जारी रहा और हंगामें के बीच लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को शुक्रवार 7 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया।
सुबह 11 बजे संसद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट किए जाने के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया। जिसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। दोपहर 12 बजे दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा में विपक्ष का हंगामा जारी रहा और सदन की कार्यवाही पहले दोपहर दो बजे तक और फिर 3:30 बजे तक स्थगित है।
संसद परिसर में विपक्ष का प्रदर्शन, हथकड़ी लगाकर पहुंचे सांसद
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए अवैध प्रवासियों को लेकर विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
विपक्षी सांसद आज अपने हाथों में हथकड़ी लगाकर संसद पहुंचे है। संसद में विपक्षी सांसदों के विरोध प्रदर्शन में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और सपा चीफ अखिलेश यादव भी शामिल हैं।
राज्यसभा में जवाब देंगे विदेश मंत्री
विपक्ष का हंगामा देखते हुए विदेश मंत्री इस मामले में राज्यसभा में जवाब देंगे। अमेरिका द्वारा डिपोर्ट किए गए अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर संसद में जवाब देंगे। वह दोपहर दो बजे राज्यसभा में अपनी बात रखेंगे।
लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित
अमेरिका के डिपोर्टेशन के मुद्दे पर लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने लगातार हंगामा किया। इस पर लोकसभा स्पीकर ने कहा कि ये विदेश नीति का मामला है, इस पर ज्यादा हंगामा करने की जरूरत नहीं है। उसके बाद लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
एक फरवरी को वित्त मंत्री ने पेश किया था बजट
संसद का बजट सत्र बीते 31 जनवरी से शुरू हुआ है। जोकि 13 फरवरी तक चलेगा। जबकि दूसरा सत्र 10 मार्च से 14 अप्रैल तक होगा। बता दें कि 5 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग थी, जिसकी वजह से संसद की कार्यवाही स्थगित रही थी।
वित्त मंत्री सीतारमण ने एक फरवरी को 50 लाख 65 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया था। सबसे ज्यादा बजट रक्षा, ग्रामीण विकास मंत्रालय और गृह मंत्रालय को दिया गया है. इस बजट में नौकरीपेशा लोगों के लिए 12.75 लाख रुपये तक की आय को टैक्सफ्री कर दिया गया है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक कार, मोबाइल और एलईडी सस्ते होने का भी एलान हुआ है। केंद्र सरकार ने इस बार कैंसर और कुछ जरूरी दवाओं के दाम भी कम करने का एलान किया है।
4 फरवरी को लोकसभा में बोले थे प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में चार फरवरी को धन्यवाद प्रस्ताव पर विपक्ष की चर्चा का जवाब दिया था। अपने करीब डेढ़ घंटे के भाषण में पीएम मोदी ने बिना नाम लिए गांधी फैमिली और अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा था।
भारतीय प्रवासियों के साथ अमेरिकी व्यवहार पर जवाब दें पीएम: प्रियंका
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को निर्वासित करने के तरीके को लेकर सरकार की आलोचना की। उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर को इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए। 104 अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर बुधवार को एक अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर में उतरा था। अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत डोनाल्ड ट्रंप सरकार की ओर से निर्वासित भारतीयों का यह पहला ऐसा जत्था था।
निर्वासित लोगों ने दावा किया कि पूरी यात्रा के दौरान उनके हाथ-पैरों में हथकड़ी बंधी रही और अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद ही उन्हें खोला गया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, ‘बहुत सी बातें कही गईं कि मोदी जी और ट्रंप जी बहुत अच्छे दोस्त हैं। मोदी जी ने ऐसा क्यों होने दिया, क्या हम उन्हें लाने के लिए अपना विमान नहीं भेज सकते थे।’ उन्होंने कहा, ‘क्या लोगों के साथ इस तरह का व्यवहार किया जाना चाहिए कि उन्हें हथकड़ी और जंजीरों में बांधकर वापस भेजा जाए।’
यह पूछे जाने पर कि क्या विदेश मंत्री को जवाब देना चाहिए? उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए। क्या यही तरीका है?’
हाथों में हथकड़ी पहनकर विपक्षी नेताओं का प्रदर्शन
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने अमेरिका से कथित अवैध प्रवासियों को वापस भारत भेजे जाने के मुद्दे पर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव और विरोध प्रदर्शन में शामिल कई अन्य विपक्षी सांसदों ने अपने हाथों में हथकड़ी पहन रखी थी। उन्होंने ‘देश का अपमान नहीं सहेंगे’ और ‘मोदी सरकार हाय हाय’ के नारे लगाए। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कई अन्य विपक्षी नेता प्रदर्शन में शामिल हुए।
विपक्ष ने सरकार की चुप्पी की आलोचना की
कई विपक्षी सांसदों ने भी सरकार की आलोचना की और उनके साथ किए जा रहे व्यवहार पर सवाल उठाए। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि जिस तरह से भारतीयों को वापस लाया गया, वह सरकार की कमजोरी का प्रमाण है। उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘जिस तरह से महिलाओं के साथ व्यवहार किया गया और उन्हें अपराधियों की तरह हथकड़ी लगाकर वापस लाया गया। हम देश का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए देश की प्रतिष्ठा से ज्यादा उनकी व्यक्तिगत छवि महत्वपूर्ण है। यह एक काला दिन है। प्रधानमंत्री चुप हैं।
केसी वेणुगोपाल, शशि थरूर और कीर्ति आजाद ने घेरा
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने आश्चर्य जताया कि भारत और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंध ऐसी स्थितियों को टालने में क्यों कारगर नहीं हो रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने कहा कि अमेरिका को वहां अवैध रूप से रह रहे लोगों को वापस भेजने का कानूनी अधिकार है, लेकिन जिस तरह से उन्हें वापस भेजा गया, हम उसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि इस उद्देश्य के लिए नागरिक विमान का इस्तेमाल किया जा सकता था। टीएमसी के कीर्ति आजाद ने भी भारतीयों को वापस भेजने के तरीके पर सवाल उठाया और इस घटना को दर्दनाक करार दिया।
चिराग पासवान का विपक्ष को जवाब
विपक्ष के हमलों के बीच केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि सरकार उचित समय पर अपने विचार रखेगी। उन्होंने कहा, ‘यह एक नीतिगत फैसला है और विपक्ष को इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।’