
AMN / BIZ DESK
घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को लगभग सपाट बंद हुए। साल के अंत में कम कारोबार और आईटी शेयरों में बिकवाली ने बाजार पर दबाव डाला, जबकि निवेशक दिशा के लिए आगामी तीसरी तिमाही (Q3) के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।
निफ्टी 50 मामूली बढ़त के साथ 0.02 प्रतिशत चढ़कर 26,177.15 पर बंद हुआ, जबकि बीएसई सेंसेक्स 0.05 प्रतिशत फिसलकर 85,524.84 पर आ गया। हालांकि, पिछले दो सत्रों में निफ्टी में 1.4 प्रतिशत और सेंसेक्स में 1.3 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है।
सेक्टरवार प्रदर्शन मिला-जुला रहा। 16 प्रमुख सेक्टरों में से 9 सेक्टर लाल निशान में बंद हुए। आईटी इंडेक्स में 0.8 प्रतिशत की गिरावट आई, जो हालिया तेजी के बाद मुनाफावसूली का नतीजा रही। इससे पहले कमजोर रुपये और 2026 में अमेरिका में ब्याज दर कटौती की उम्मीदों के चलते आईटी शेयरों में चार सत्रों में करीब 3.7 प्रतिशत की तेजी आई थी।
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिका में दरों में कटौती से आईटी और फार्मा जैसे निर्यात आधारित क्षेत्रों में मांग बढ़ सकती है, क्योंकि इससे वहां के ग्राहकों का खर्च बढ़ने की संभावना रहती है।
ब्रॉडर मार्केट में स्मॉल-कैप शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन किया और 0.4 प्रतिशत चढ़े, जबकि मिड-कैप इंडेक्स सपाट बंद हुआ, जो चुनिंदा खरीदारी को दर्शाता है।
शेयर-विशेष प्रदर्शन की बात करें तो, कोल इंडिया में 3.7 प्रतिशत की तेजी आई। खबर है कि उसकी अनुषंगी कंपनी भारत कोकिंग कोल अगले कुछ हफ्तों में करीब 145 मिलियन डॉलर के आईपीओ के साथ बाजार में उतर सकती है। श्रीराम फाइनेंस 2.5 प्रतिशत चढ़ा और MUFG के साथ 4.4 अरब डॉलर के सौदे के बाद तीन दिनों में इसकी कुल बढ़त 10 प्रतिशत से ज्यादा हो गई।
अंबुजा सीमेंट्स में 1.3 प्रतिशत की बढ़त रही, जब कंपनी ने एसीसी और ओरिएंट सीमेंट के विलय को मंजूरी दी, जिससे शेयरधारकों के लिए करीब 10 प्रतिशत वैल्यू एक्रीशन की उम्मीद जताई जा रही है। केनरा एचएसबीसी लाइफ के शेयर 5.2 प्रतिशत उछले, जब ब्रोकरेज फर्म इन्वेस्टेक ने इस पर “खरीद” की रेटिंग के साथ कवरेज शुरू की।
इस बीच, निवेशकों की नजर आज जारी होने वाले अमेरिका के जीडीपी आंकड़ों पर भी है, जिनमें सितंबर तिमाही के लिए 3.3 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि का अनुमान है। मजबूत आंकड़े आने पर आईटी और फार्मा शेयरों को समर्थन मिल सकता है।
कुल मिलाकर, बाजार हालिया बढ़त के बाद सतर्क रुख अपनाए हुए है और निवेशक वैश्विक संकेतों व कॉरपोरेट नतीजों से स्पष्ट दिशा मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
