लखनऊ
अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर की गई टिप्पणी के बाद सियासत गर्मा गई है। निषाद संविधान यात्रा को लेकर बहराइच पहुंचे यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि महंत राजू दास की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर की गई टिप्पणी गलत है।
मुलायम सिंह पिछड़ों की आवाज और सम्मानित नेता थे: निषाद
उन्होंने कहा, “जिस महापुरुष को देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया हो, उसके बारे में इस तरह की अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल को जायज नहीं ठहराया जा सकता। वह पिछड़ों की आवाज रहे हैं और देश के सम्मानित नेता रहे हैं। हम लोग उनके संघर्षों के साथी रहे हैं। आज हमारी जो पहचान बनी है, उसमें मुलायम सिंह यादव का भी योगदान रहा है। मेरा मानना है कि इस तरह की बयानबाजी ठीक नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में अगर जीत का परचम लहराना है तो मछुआरा समाज को साथ लेना होगा। मछुआरा समुदाय की आवाज को सुनना होगा, अन्यथा आगामी चुनाव में परिणाम सार्थक नहीं होंगे।
उन्होंने कहा, 2027 के विधानसभा चुनाव में निषाद समाज की अहम भूमिका रहने वाली है। जो पार्टी निषाद समाज को साथ में लेकर चलेगी, वही जीत हासिल करेगी।
उन्होंने आगे कहा कि आरक्षण हमारी मांग है और हम इसके लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। हमें हर क्षेत्र में हिस्सेदारी चाहिए। हमारे समाज का विकास हमारी हमेशा से प्राथमिकता रही है। हम लोग 2027 के विधानसभा चुनाव में एनडीए के बैनर तले चुनाव लड़ेंगे और बड़ी जीत दर्ज करेंगे।
संजय निषाद ने दूसरी पार्टियों से बीजेपी में आए नेताओं पर भी करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं, जिन्होंने सपा-बसपा की नैया डुबो दी। अब वही लोग बीजेपी की नैया डूबने के लिए बीजेपी में आ गए हैं। ये वहीं लोग हैं, जो जाति के नेता बनेंगे, सत्ता की मलाई खाएंगे और चुनाव में बीजेपी को हरवाएंगे। विपक्ष से आए शकुनी को सलाहकार के रूप में न रखें, बल्कि हम जैसे कृष्ण को सलाहकार के रूप में रखें।