काशिफ अख़्तर / गया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के गया में 12 हज़ार करोड़ रुपये की विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन योजनाओं में ऊर्जा, सड़क, स्वास्थ्य, शहरी विकास और जल आपूर्ति जैसे क्षेत्र शामिल हैं। साथ ही पीएम मोदी ने गया–दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस और वैशाली–कोडरमा बौद्ध सर्किट ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने इन परियोजनाओं को बिहार के लिए “नई गति और नई दिशा” देने वाला बताया। लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घोषणाएँ ऐसे समय की गई हैं जब राज्य चुनावी मोड में प्रवेश कर रहा है और इनका सीधा असर आगामी विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने गया-दिल्ली के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन और वैशाली-कोडरमा के बीच बौद्ध सर्किट ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि नई ट्रेनों से न सिर्फ यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी बल्कि पर्यटन, व्यापार और धार्मिक यात्राओं को भी नई ऊर्जा मिलेगी। खासतौर से बौद्ध सर्किट ट्रेन बिहार को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नक्शे पर और मज़बूती से स्थापित करेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि एनडीए की डबल इंजन सरकार बिहार के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने बताया कि बीते ग्यारह वर्षों में देशभर में 4 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को पक्के मकान मिले हैं, जिनमें से 38 लाख घर केवल बिहार में बने हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे में भी व्यापक बदलाव हो रहे हैं और गया रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आधुनिक हवाई अड्डे जैसी सुविधाओं से लैस किया जा रहा है।

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत बिहार के 98 रेलवे स्टेशन आधुनिक मानकों के अनुरूप विकसित किए जा रहे हैं। इन स्टेशनों पर बेहतर यात्री सुविधाएँ, फ्री वाई-फाई, दिव्यांगजन के लिए सुगमता, और शहरी ढाँचे से सीधा एकीकरण किया जा रहा है। इसके साथ ही अमृत भारत एक्सप्रेस (गया–दिल्ली) और बौद्ध सर्किट ट्रेन (वैशाली–कोडरमा) जैसी प्रीमियम सेवाएँ पर्यटन और यात्रियों की सुविधा को नया आयाम दे रही हैं। बिहार में अब 20 वंदे भारत एक्सप्रेस सेवाएँ और 2 नामो भारत रैपिड रेल सेवाएँ भी चल रही हैं, जिससे राज्य को तेज़ रफ़्तार कनेक्टिविटी मिल रही है।

प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि इन परियोजनाओं से बिहार की उद्योग क्षमता को बल मिलेगा, हजारों युवाओं के लिए रोज़गार के अवसर बनेंगे और ग्रामीण-शहरी विकास में संतुलन आएगा। बिजली और जलापूर्ति की नई परियोजनाएँ आम नागरिकों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने में सहायक होंगी, वहीं स्वास्थ्य और सड़क क्षेत्र में हुए निवेश से बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ किया जाएगा।

हालाँकि कार्यक्रम का फोकस विकास परियोजनाओं पर रहा, मगर प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर भी सख़्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की नई रक्षा नीति की दिशा तय कर दी है। मोदी ने चेतावनी दी कि भारत पर आतंकी वारदात की साज़िश रचने वाला कोई भी अब बच नहीं पाएगा। “आतंकी चाहे धरती की गहराइयों में क्यों न छुप जाएं, भारत की मिसाइलें वहीं जाकर उन्हें दफ़न कर देंगी,” उन्होंने कहा।

प्रधानमंत्री ने बिहार की सीमा से सटे ज़िलों में बढ़ती घुसपैठ पर चिंता जताई और कहा कि बदलती जनसांख्यिकी एक गंभीर चुनौती है। उन्होंने दोहराया कि घुसपैठियों को न तो बिहार का भविष्य तय करने दिया जाएगा और न ही वे युवाओं के रोज़गार छीन पाएंगे।

अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने भरोसा दिलाया कि बिहार का विकास केवल चुनावी वादा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि आज शुरू हुई परियोजनाएँ राज्य को उद्योग, पर्यटन और रोज़गार के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगी।