महाकुंभ: पहले शाही स्नान में 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
लखनऊ
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रयागराज में महाकुंभ को लेकर सरकार के तमाम दावों के बावजूद वहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। पार्टी की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, सपा प्रमुख यादव ने कहा, श्रद्धालु परेशानियों-से गुजर रहे हैं और अपनी शिकायतें कर रहे है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
यादव ने दावा किया कि तीर्थयात्री पीने के पानी, भोजन और सिर पर साये के लिए तरस रहे हैं तथा बुजुर्ग श्रद्धालु कई-कई किलोमीटर तक पैदल चलने पर मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने आम श्रद्धालुओं के वास्ते सर्दी से बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं किया।
यादव ने कहा “कुंभ स्नान, दान और पुण्य के लिए जाना जाता है। लेकिन सरकार गरीब नाविकों की नाव पर पाबंदी लगाकर उनकी रोजी-रोटी छीनने पर उतारू हो गई। जिनका जीवन नाव चलाकर चल रहा है, उन्हीं की नावें किनारें कर दी गई हैं।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया “भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी ने पूरी व्यवस्था को चौपट कर दिया है। आम जनता त्रस्त है।” सपा प्रमुख ने कहा “जनता भाजपा से ऊब चुकी है। उसे 2027 का इंतजार है। जनता भाजपा को सत्ता से हटाकर उसके कुशासन का अन्त कर देगी।”
महाकुंभ:कड़ाके की ठंड के चलते बड़ी संख्या में संत-श्रद्धालु हुए बीमार
प्रयागराज
प्रयागराज महाकुंभ में कड़ाके की ठंड के चलते आज बड़ी संख्या में संत महात्मा और श्रद्धालु बीमार हो गए। अकेले महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में इमरजेंसी के 132 मामले पहुंचे। इनमें से ज्यादातर मामले ठंड लगने और दिल का दौरा पड़ने की बीमारियों से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा ओपीडी में भी बड़ी संख्या में लोग अपना इलाज करने के लिए पहुंचे हैं।
सरकारी अमले के मुताबिक, जो 132 लोग केंद्रीय अस्पताल की इमरजेंसी में इलाज के लिए पहुंचे, वह सभी सुरक्षित हैं।
बता दें जूना अखाड़े के अमृत स्नान के शाही जुलूस में एक महामंडलेश्वर की तबीयत अचानक बिगड़ गई। रथ पर बैठकर श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे इन महामंडलेश्वर को फौरन उनके भक्तों ने सीपीआर दिया। इसके बाद रथ को शाही जुलूस से किनारे कर महामंडलेश्वर को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
मुख्यमंत्री योगी के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी ने महाकुंभ मेला 2025 पर कहा, “साल 2019 का कुंभ प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी की व्यवस्थाओं के आधार पर बहुत अच्छा हुआ था, जिसमें 25 करोड़ से अधिक लोग आए थे।
उन्होंने कहा, कल करीब डेढ़ करोड़ और आज अभी तक 2 करोड़ लोग महाकुंभ में आ चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर घंटे महाकुंभ की मॉनिटरिंग कर रहे है।. हमारा मानना है कि इस बार 50 करोड़ से भी अधिक लोग महाकुंभ में आएंगे।”
हमने प्रयागराज में रहने वाले लोगों के लिए उचित व्यवस्था की- प्रमुख सचिव गृह
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने कहा, “.हमने प्रयागराज में रहने वाले लोगों के लिए उचित व्यवस्था की है। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 60,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। हमने किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भी व्यवस्था की है। सभी अधिकारी अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं।”
सीएम योगी ने हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा समेत पोस्ट की चार तस्वीरें
सीएम योगी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- आस्था का महासिंधु-एकता का महाकुम्भ… तीर्थराज प्रयाग में आज महाकुम्भ के प्रथम ‘अमृत स्नान’ और मकर संक्रांति के पावन अवसर पर सभी अखाड़ों और घाटों पर पुष्पवर्षा सनातन संस्कृति का वंदन, श्रद्धा का अभिनंदन और आस्था को नमन है।
महाकुंभ: पहले शाही स्नान में 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
महाकुंभ में मकर संक्रांति के अवसर पर पहले शाही स्नान के दौरान संतों समेत 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखाड़ों, मेला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, पुलिस, स्वच्छताकर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों एवं धार्मिक संस्थाओं, नाविकों तथा महाकुंभ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों का साधुवाद करने के साथ प्रदेशवासियों को बधाई दी है।
सीएम ने सोशल मीडिया पर मंगलवार शाम को अपने संदेश में कहा कि आस्था, समता और एकता के महासमागम ‘महाकुंभ-2025, प्रयागराज’ में पावन ‘मकर संक्रांति’ के शुभ अवसर पर पवित्र संगम में आस्था की पवित्र डुबकी लगाने वाले सभी पूज्य संतगणों, कल्पवासियों व श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। प्रथम अमृत स्नान पर्व पर आज 3.50 करोड़ से अधिक पूज्य संतों एवं श्रद्धालुओं ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया है। वहीं दूसरी ओर सीएम योगी मंगलवार को गोरखपुर से महाकुंभ के बारे में पल-पल की जानकारी लेते रहे। उनके निर्देश पर डीजीपी प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद समेत तमाम अधिकारी भी मेले की व्यवस्थाओं पर नजर बनाए रहे।
श्रद्धालुओं को भी नहीं होगी कोई दिक्कत
डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि अत्याधुनिक तकनीक के जरिए देर रात से ही भीड़ नियंत्रण की मॉनीटरिंग हो रही है।। रात में थर्मल इमेजिंग के हिसाब से क्राउड कंट्रोल किया गया तो दिन में टीथर्ड ड्रोन व सीसीटीवी से ट्रैफिक को मॉनिटर कर रहे हैं। घाटों की लंबाई अधिक होने के कारण संगम नोज पर इस बार अधिक दबाव नहीं है। पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं के साथ संवेदनशीलता के साथ व्यवहार कर रहे हैं। श्रद्धालु अब प्रयागराज के साथ चित्रकूट, विंध्यवासिनी धाम, वाराणसी व अयोध्या की तरफ भी जाएंगे। इन शहरों के रास्तों पर भी श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो, हमने इसकी भी व्यवस्था की है।
हर जगह कैमरे की नजर में
प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने कहा कि मकर संक्रांति पर 3.50 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं। मुख्यमंत्री पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। पीएम मोदी की अपेक्षा थी कि इसे डिजिटल महाकुंभ के रूप में स्थापित किया जाए। इसे देखते हुए पूरे मेला क्षेत्र को कैमरे से स्कैन किया गया है। गूगल लोकेशन, यूपीआई समेत सारी सुविधा उपलब्ध कराते हुए इसे डिजिटल स्वरूप देने का प्रयास किया गया है। भीड़ नियंत्रण, ट्रैफिक मैनेजमेंट, खोया-पाया लोकेशन आदि में एआई समेत टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है।
सीएम योगी ने दी बधाई
मकर संक्रांति के पावन अवसर पर महाकुम्भ 2025 में गंगा स्नान करने वालों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर एक भावपूर्ण पोस्ट के जरिए आस्था, समता और एकता के इस महासमागम में शामिल पूज्य संतों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया।
सीएम योगी ने महाकुम्भ को सनातन धर्म की अनुपम शक्ति और आस्था का प्रतीक बताते हुए कहा, “प्रथम अमृत स्नान पर्व पर आज 3.50 करोड़ से अधिक पूज्य संतों और श्रद्धालुओं ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ के प्रथम अमृत स्नान पर्व के सफल आयोजन के लिए सभी संबंधित विभागों और संगठनों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “सनातन धर्म के आधार सभी पूज्य अखाड़ों, महाकुम्भ मेला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वच्छताकर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों एवं धार्मिक संस्थाओं, नाविकों तथा महाकुम्भ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों को हृदय से साधुवाद।”
इस मौके पर उन्होंने प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं को अपनी शुभकामनाएं दीं और आस्था के इस महायज्ञ के सुचारु रूप से चलने की कामना करते हुए उन्होंने लिखा, “पुण्य फलें, महाकुम्भ चलें।” महाकुम्भ 2025 में मकर संक्रांति पर संगम तट पर उमड़ी भक्तों की भीड़ और उनके उत्साह ने एक बार फिर भारतीय संस्कृति और परंपरा की अद्वितीय छवि प्रस्तुत की।
पाकिस्तान और अरब देशों में भी महाकुम्भ की धूम
महाकुम्भ अब सिर्फ भारतीय आयोजन नहीं रहा, यह एक वैश्विक पर्व बन गया है। तीर्थराज प्रयागराज में सोमवार को महाकुम्भ 2025 का भव्य शुभारंभ हो चुका है। ब्राजील, जर्मनी, जापान, इंग्लैंड, अमेरिका और स्पेन जैसे देशों के श्रद्धालु भी प्रयागराज पहुंचने लगे हैं। यह आयोजन अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सनातन संस्कृति के बढ़ते प्रभाव को दिखा रहा है। खास बात ये है कि पाकिस्तान और अरब समेत इस्लामिक देश भी महाकुम्भ में रुचि दिखा रहे हैं। गूगल ट्रेंड्स के अनुसार, इस्लामिक देशों में योगी सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे महाकुम्भ के आयोजन को खूब सर्च किया जा रहा है।
क्या है समय
परंपरा के अनुसार, महाकुंभ 2025 का अमृत स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति से शुरू हो गया। सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा अमृत स्नान के लिए निकले। इन अखाड़ों ने सुबह 5:15 बजे शिविर से प्रस्थान किया और 6:15 बजे घाट पहुंचेंगे.। स्नान का समय 40 मिनट होगा. ये घाट से सुबह 6:55 बजे निकलेंगे और 7:55 बजे शिविर में पहुंचेंगे।
इसके बाद श्री तपोनिधि पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा और श्री पंचायती अखाड़ा आनंद अमृत स्नान करेंगे. ये अखाड़े सुबह 6:05 बजे शिविर से प्रस्थान करेंगा और 7:05 बजे घाट पर पहुंचेंगे, जबकि स्नान का समय 40 मिनट होगा। इसके बाद वह सुबह 7:45 बजे घाट से प्रस्थान करेंगे और 8:45 बजे शिविर पहुंचेंगे।
कब कौन सा अखाड़ा करेगा पवित्र स्नान
तीसरे स्थान पर तीन संन्यासी अखाड़े अमृत स्नान करेंगे। इनमें श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, श्री पंचदशनाम आह्वान अखाड़ा और श्री पंचाग्नि अखाड़ा शामिल हैं। ये सुबह 7:00 बजे शिविर से रवाना होंगे और 8:00 बजे घाट पर पहुंचेंगे. स्नान का समय 40 मिनट होगा। तीनों अखाड़े सुबह 8:40 बजे घाट से रवाना होंगे और 9:40 बजे शिविर में पहुंचेंगे।
तीनों बैरागी अखाड़ों में सबसे पहले अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा सुबह 9:40 बजे शिविर से चलकर 10:40 बजे घाट पर पहुंचेगा और 30 मिनट स्नान करने के बाद 11:10 बजे घाट से निकलकर 12:10 बजे शिविर में पहुंचेगा।
अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा सुबह 10:20 बजे शिविर से चलकर 11:20 बजे घाट पर पहुंचेगा और 50 मिनट स्नान करने के बाद दोपहर 12:10 बजे घाट से निकलकर 1:10 बजे शिविर में वापस आएगा। अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा सुबह 11:20 बजे शिविर से चलकर 12:20 बजे घाट पर पहुंचेगा। यह अखाड़ा करीब 30 मिनट स्नान करेगा और इसके बाद दोपहर 12:50 बजे वहां से वापस लौटकर 1:50 बजे शिविर में पहुंचेगा।
शाम तक लौटेंगे वापस
बाकी तीन अखाड़े उदासीन संप्रदाय से जुड़े हैं. इसमें उदासीन श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा अपने शिविर से दोपहर 12:15 बजे प्रस्थान करेगा और 1:15 बजे घाट पर पहुंचेगा। यह अखाड़ा 55 मिनट स्नान करने के बाद दोपहर 2:10 बजे घाट से निकलकर 3:10 बजे शिविर में पहुंचेगा। श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन निर्वाण दोपहर 1:20 बजे शिविर से निकलकर 2:20 बजे घाट पर पहुंचेगा। यहां एक घंटे स्नान करने के बाद 3:20 बजे घाट से निकलेगा और शाम 4:20 बजे शिविर में पहुंचेगा।
सबसे आखिर में श्री पंचायती निर्मल अखाड़ा अमृत स्नान करेगा। यह अखाड़ा 2:40 बजे शिविर से निकलेगा और 3:40 बजे घाट पर पहुंचेगा। करीब 40 मिनट स्नान करने के बाद अखाड़ा 4:20 बजे घाट से निकलेगा और शाम 5:20 बजे शिविर में वापस लौटेगा. उल्लेखनीय है कि बसंत पंचमी पर भी यही व्यवस्था बनी रहेगी।