AMN नई दिल्ली/पटना:
एक चौंकाने वाले राजनीतिक घटनाक्रम में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष (नेशनल वर्किंग प्रेसिडेंट) नियुक्त किया। यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। नितिन नवीन वर्तमान में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री हैं। उनकी नियुक्ति भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह द्वारा जारी आदेश के माध्यम से की गई, जिसे पार्टी के संसदीय बोर्ड की मंजूरी प्राप्त हुई।

इस नियुक्ति ने राजनीतिक हलकों में सभी को हैरान कर दिया है। भाजपा नेतृत्व की अंतिम समय में चौंकाने वाले फैसले लेने की परंपरा को दोहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक ऐसा नाम आगे बढ़ाया, जो न तो मीडिया की अटकलों में था और न ही पार्टी के अंदरूनी विमर्श का हिस्सा माना जा रहा था। नितिन नवीन का कद अचानक राष्ट्रीय स्तर पर उभर कर सामने आया है।

बीते कई महीनों से भाजपा के शीर्ष संगठनात्मक पद को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था। रिपोर्ट्स और चर्चाओं में कई बड़े और अनुभवी नेताओं के नाम सामने आ रहे थे। इनमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को संभावित दावेदार माना जा रहा था। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े नेता संजय जोशी का नाम भी एक ‘डार्क हॉर्स’ के रूप में लिया जा रहा था। ऐसे में नितिन नवीन का चयन लगभग अप्रत्याशित माना जा रहा है।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नितिन नवीन को भाजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने पर बधाई दी है। सोशल मीडिया पर साझा किए गए संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि नितिन नवीन ने पार्टी के एक परिश्रमी कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान बनाई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नितिन नवीन एक युवा, ऊर्जावान और कर्मठ नेता हैं, जिनके पास समृद्ध संगठनात्मक अनुभव है। उन्होंने बिहार में विधायक और मंत्री के रूप में कई कार्यकाल पूरे किए हैं और इस दौरान उनका प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है।

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि नितिन नवीन ने जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पूरी निष्ठा से काम किया है और वे अपने विनम्र स्वभाव तथा जमीन से जुड़े कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि नितिन नवीन की ऊर्जा, समर्पण और संगठनात्मक क्षमता आने वाले समय में पार्टी को और अधिक मजबूत बनाएगी।

नितिन नवीन की नियुक्ति को भाजपा के संगठनात्मक ढांचे में एक नए प्रयोग के तौर पर देखा जा रहा है, जहां युवा नेतृत्व को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह फैसला न केवल बिहार, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी पार्टी के आगामी राजनीतिक एजेंडे और रणनीति को नई दिशा दे सकता है।