
तृणमूल कांग्रेस की तेज़तर्रार सांसद महुआ मोइत्रा ने वरिष्ठ वकील और पूर्व बीजेडी सांसद पिनाकी मिश्रा से जर्मनी में शादी रचा ली है। यह शादी महज़ एक निजी समारोह नहीं, बल्कि दो परिपक्व, अनुभवी और ज़िंदगियों के कई उतार-चढ़ाव से गुज़र चुके लोगों की एक नई शुरुआत है।
“नए सफर की शुरुआत” – जर्मनी में रचा गया यह खूबसूरत बंधन
30 मई 2025 को जर्मनी के सुरम्य वातावरण में, परिवार और कुछ करीबी दोस्तों की मौजूदगी में यह विवाह संपन्न हुआ। मीडिया से दूर, बिना किसी राजनीतिक भाषण के—बस मुस्कुराते चेहरे, शांत दिल और सादगी से भरा एक खास दिन।
5 जून को महुआ मोइत्रा ने इस खबर की पुष्टि खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक तस्वीर साझा कर की। तस्वीर में वे सुनहरे गहनों से सजी हुई हैं और पिनाकी मिश्रा के साथ मुस्कुराते हुए खड़ी हैं।
उन्होंने लिखा:
“Here’s to new beginnings.”
(“नई शुरुआत के नाम”)
महुआ: वॉल स्ट्रीट से संसद तक का सफर
महुआ मोइत्रा की कहानी प्रेरणा से भरपूर है। माउंट होलियोके कॉलेज (अमेरिका) से अर्थशास्त्र और गणित में स्नातक कर, उन्होंने न्यूयॉर्क और लंदन में जेपी मॉर्गन जैसी मल्टीनेशनल फर्म में इनवेस्टमेंट बैंकर के रूप में काम किया।
लेकिन 2008 में उन्होंने कॉर्पोरेट करियर को अलविदा कहा और भारत लौटकर राजनीति में कदम रखा—पहले कांग्रेस की युवा इकाई में, फिर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस से विधायक और बाद में सांसद बनीं।
उनकी तेज़, बेबाक और तंज़ से भरी भाषण शैली ने उन्हें देशभर में एक अलग पहचान दिलाई।
पूर्व विवाह और निजी विवाद
महुआ मोइत्रा की पहली शादी डेनमार्क के एक वित्तीय विशेषज्ञ लार्स ब्रॉर्सन से हुई थी। उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर इस विवाह और तलाक की पुष्टि करते हुए लिखा था,
“मेरा नाम हमेशा से महुआ मोइत्रा ही रहा है, और मेरे पूर्व पति का नाम लार्स वाउवर्ट ब्रॉर्सन है।”
बाद में वे जयह अनंत देहाद्राय नामक वकील के साथ रिश्ते में रहीं, जो एक विवाद में तब बदल गया जब उन्होंने महुआ पर संसद में गौतम अडानी के खिलाफ सवाल पूछने के पीछे ‘व्यक्तिगत मकसद’ का आरोप लगाया।
इसी केस में संसद से निलंबन और मीडिया की भारी चर्चा भी हुई।
महुआ ने तब ब्रिटिश अख़बार “द गार्जियन” को दिए इंटरव्यू में कहा था:
“मेरा मर्दों का टेस्ट बहुत खराब है!”
शायद पिनाकी मिश्रा के साथ उनकी यह शादी, उस वाक्य का जवाब है।
पिनाकी मिश्रा: कानून, संसद और गरिमा का चेहरा
64 वर्षीय पिनाकी मिश्रा, दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ ग्रेजुएट और सेंट स्टीफन कॉलेज के छात्र रहे हैं। वे 1996 में कांग्रेस से सांसद बने और फिर 2009 से 2019 तक बीजेडी के टिकट पर पुरी (ओडिशा) से तीन बार लोकसभा पहुंचे।
वे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और कई हाई-प्रोफाइल मामलों में वकालत कर चुके हैं—महुआ मोइत्रा के भी। 2024 में उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर राजनीति से एक ब्रेक लिया।
उनकी पहली शादी से एक बेटा और एक बेटी हैं।
दो अलग राहें, एक मंज़िल: परिपक्वता और विश्वास का बंधन
इस विवाह को सिर्फ प्रेम की दृष्टि से नहीं, बल्कि परिपक्वता, विश्वास और आपसी समझदारी का प्रतीक माना जा सकता है।
एक ओर संसद में गरजती आवाज़ और तीखी आलोचना की धुरी बनी महुआ—तो दूसरी ओर शांत, विनम्र लेकिन तर्कों में दक्ष पिनाकी मिश्रा।
यह शादी शायद एक ऐसी साझेदारी है, जो संघर्षों और अनुभवों से होकर अब संतुलन और स्थिरता की ओर बढ़ रही है।