बैजयंत पांडा के नेतृत्व में बहरीन की सफल यात्रा के बाद कुवैत पहुंचा सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल 

बहरीन में अपनी सफल यात्रा पूरी करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को कुवैत पहुंचा। यह दो दिवसीय यात्रा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारत की आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को रेखांकित करना है।

आतंकवाद के खिलाफ भारत का दृढ़ संदेश लेकर पहुंचा प्रतिनिधिमंडल 

कुवैत में भारत के राजदूत आदर्श स्वैका ने एयरपोर्ट पर बैजयंत पांडा के नेतृत्व में आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, “बैजयंत पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कुवैत पहुंचा, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत का दृढ़ संदेश लेकर आया है।”

भारत अपने मित्र बहरीन को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता व्यक्त करने के लिए धन्यवाद दिया

इससे पहले, कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक अन्य एक्स पोस्ट में लिखा, “पहलगाम आतंकवादी हमला, ऑपरेशन सिंदूर, आतंक के खिलाफ लड़ाई, कभी मत भूलो कभी मत माफ करो।” बहरीन में भारतीय दूतावास ने एक एक्स पोस्ट में लिखा, “बैजयंत पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने बहरीन की अपनी सफल यात्रा पूरी की। भारत अपने मित्र बहरीन को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता व्यक्त करने के लिए धन्यवाद देता है।”

बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में विभिन्‍न दलों के सांसद भी गए हैं

इस पोस्ट को भाजपा नेता पांडा ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर भी साझा किया। बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, भाजपा सांसद फंगनन कोन्याक, भाजपा सांसद रेखा शर्मा, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी, भाजपा सांसद सतनाम सिंह संधू, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद और पूर्व भारतीय राजनयिक हर्ष श्रृंगला शामिल हैं।

इससे पहले अपनी यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने बहरीन के कई वर्गों से बातचीत की और उन्हें 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ उसकी व्यापक लड़ाई के बारे में जानकारी दी।

भारत और बहरीन के बीच गहरी साझेदारी है

भाजपा नेता बैजयंत पांडा ने रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “भारत की सहिष्णुता और सह-अस्तित्व की भावना किंग हमाद ग्लोबल सेंटर फॉर कोएक्सिस्टेंस एंड टॉलरेंस में हमारी चर्चा का केंद्र थी। हमने भारत-बहरीन के मजबूत रिश्तों को और मजबूत करने के लिए विचार साझा किए।” उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, “भारत और बहरीन के बीच गहरी साझेदारी है। बहरीन के प्रथम उप सभापति अब्दुल नबी सलमान अहमद के साथ हमने संबंधों को और गहरा करने और आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत रुख पर चर्चा की।”

प्रतिनिधिमंडल ने बहरीन के उप प्रधानमंत्री शेख खालिद बिन अब्दुल्ला अल खलीफा से मुलाकात की और ऑपरेशन सिंदूर के महत्व और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति पर चर्चा की

भारतीय दूतावास ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने बहरीन के उप प्रधानमंत्री शेख खालिद बिन अब्दुल्ला अल खलीफा से मुलाकात की और ऑपरेशन सिंदूर के महत्व और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति पर चर्चा की। भारतीय दूतावास ने प्रेस बयान में कहा, “प्रतिनिधिमंडल ने शूरा परिषद के अध्यक्ष अली बिन सालेह अल सालेह और प्रतिनिधि परिषद के प्रथम उपसभापति अब्दुल नबी सलमान अहमद को भी जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने 22 अप्रैल को कश्मीर में पर्यटकों पर हुए बर्बर आतंकवादी हमले के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर पर प्रकाश डाला।”

प्रतिनिधिमंडलों के सात समूह सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया, यूके, फ्रांस, जर्मनी, यूरोपीय संघ, इटली, डेनमार्क, इंडोनेशिया, मलेशिया, कोरिया, जापान, सिंगापुर, यूएई, लाइबेरिया, कांगो, सिएरा लियोन, अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील, कोलंबिया, स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया, लातविया, रूस, मिस्र, कतर, इथियोपिया और दक्षिण अफ्रीका का दौरा कर रहे हैं।

आतंकवाद के खिलाफ भारत का वैश्विक अभियान, कनिमोझी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल पहुंचा स्लोवेनिया

आतंकवाद के खिलाफ भारत का वैश्विक अभियान, कनिमोझी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल पहुंचा स्लोवेनिया

डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल स्लोवेनिया पहुंच गया है। सोमवार को स्लोवेनिया में भारतीय राजदूत अमित नारंग ने प्रतिनिधिमंडल को यूरोपीय देश के साथ भारत के संबंधों और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ रुख के बारे में जानकारी दी। 

भारत और स्लोवेनिया के बीच आपसी विश्वास और साझा मूल्यों पर आधारित मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं

भारतीय दूतावास ने सोमवार को एक्स पोस्ट में कहा, “भारत और स्लोवेनिया के बीच आपसी विश्वास और साझा मूल्यों पर आधारित मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक अस्थायी सदस्य के रूप में, स्लोवेनिया आतंकवाद-रोधी और वैश्विक शांति को बढ़ावा देने पर वैश्विक चर्चाओं में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सीमा पार आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता पर राष्ट्रीय एकता का भारत का संदेश वैश्विक स्तर पर आतंकवाद को समाप्त करने पर द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करेगा।”

प्रतिनिधिमंडल का स्लोवेनिया पहुंचने पर राजदूत अमित नारंग और दूतावास के अधिकारियों ने किया स्वागत

यह प्रतिनिधिमंडल, ऑपरेशन सिंदूर के महत्व और पाकिस्तान प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई को उजागर करने के लिए भारत के वैश्विक कूटनीतिक अभियान का हिस्सा है, जिसका स्लोवेनिया पहुंचने पर राजदूत अमित नारंग और दूतावास के अधिकारियों ने स्वागत किया। कनिमोझी के नेतृत्व वाले सांसदों में समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय, भाजपा सांसद कैप्टन बृजेश चौटा (सेवानिवृत्त), राजद सांसद प्रेम चंद गुप्ता, आप सांसद अशोक कुमार मित्तल और संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत मंजीव सिंह पुरी शामिल हैं।

प्रतिनिधिमंडल रूस की सफल यात्रा के बाद स्लोवेनिया पहुंचा, जहां उसने आतंकवाद से निपटने के संबंध में भारत के दृढ़ रुख की पुष्टि की

यह प्रतिनिधिमंडल रूस की सफल यात्रा के बाद स्लोवेनिया पहुंचा, जहां उसने आतंकवाद से निपटने के संबंध में भारत के दृढ़ रुख की पुष्टि की। आम आदमी पार्टी (आप) सांसद अशोक मित्तल ने एक्स पोस्ट में कहा, “रूस के मॉस्को की हमारी यात्रा अत्यंत सफल रही। हमें सभी पक्षों, सरकार, विधायिका, थिंक टैंक और मीडिया से अटूट समर्थन मिला। रूस आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख के साथ मजबूती से खड़ा है और उसने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह किसी भी रूप में, किसी भी धरती से आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।”

आतंकवाद कहीं भी हो वह हर जगह की शांति को प्रभावित करता है

पोस्ट में आगे कहा गया है, “अब जब हम स्लोवेनिया जैसे शांतिप्रिय और प्रगतिशील देश के साथ जुड़ रहे हैं, तो हम भारत के मजबूत रुख को आगे बढ़ा रहे हैं। आतंकवाद कहीं भी हो, तो वह हर जगह की शांति को प्रभावित करता है। दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के नाते भारत वैश्विक परिणामों से अलग नहीं रह सकता है और न ही कोई अन्य देश। हम शांति और समृद्धि के लिए इस वैश्विक लड़ाई में स्लोवेनिया की एकजुटता की आशा करते हैं।”