दिल की सेहत के लिए खानपान की गुणवत्ता को बनाएं प्राथमिकता

डॉ. भूपिंदर सिंह और डॉ. संजय कालरा
आजकल जब हर कोई लो-कार्ब या लो-फैट डाइट को लेकर उत्साहित है, तब एक नई रिसर्च ने यह साफ कर दिया है कि सिर्फ़ डाइट चुनना पर्याप्त नहीं है — आप क्या खा रहे हैं, उसकी गुणवत्ता सबसे ज़रूरी है।
‘न्यूट्रिशन 2025’ सम्मेलन में पेश की गई इस रिसर्च में पाया गया कि जो लोग साबुत अनाज, फल, सब्ज़ियां, दालें और मेवे जैसी पोषक चीजें खाते हैं, उनका दिल की बीमारियों (CHD) से बचाव 15% तक अधिक होता है — चाहे उनकी डाइट लो-कार्ब हो या लो-फैट।
क्या है “गुणवत्तापूर्ण डाइट”?
रिसर्च में खाद्य पदार्थों को दो वर्गों में बांटा गया:
- ✅ उच्च गुणवत्ता वाले: साबुत अनाज, फल, हरी सब्ज़ियां, मेवे, दालें
- ❌ कम गुणवत्ता वाले: प्रोसेस्ड मीट, रिफाइंड अनाज, चीनी वाले पेय, आलू, संतृप्त वसा
रिसर्च के प्रमुख तथ्य:
- 2 लाख प्रतिभागियों पर 30+ वर्षों तक अध्ययन
- 5.2 मिलियन व्यक्ति-वर्षों की अवधि
- कुल 19,407 दिल की बीमारी के मामले दर्ज
- स्वस्थ लो-कार्ब डाइट से 6% कम जोखिम
- अस्वस्थ लो-कार्ब डाइट से 5% अधिक जोखिम
- स्वस्थ लो-फैट डाइट से 6% कम जोखिम
- अस्वस्थ लो-फैट डाइट से 4% अधिक जोखिम
दिल को स्वस्थ रखने के आसान उपाय:
- अपनी थाली का आधा हिस्सा फल और सब्ज़ियों से भरें
- सफेद चावल की जगह साबुत अनाज चुनें
- तली हुई चीज़ों के बदले भुने मेवे खाएं
- रेड मीट के स्थान पर दाल, राजमा, छोले खाएं
- खाने के पैकेट पर फूड लेबल ज़रूर पढ़ें
“डाइट का नाम नहीं, उसमें मौजूद पोषण और गुणवत्ता मायने रखती है।”
एक अच्छी डाइट वही है जिसमें प्रोसेस्ड और रिफाइंड चीज़ें कम और प्राकृतिक, पौष्टिक चीज़ें अधिक हों। यही तरीका है अपने दिल को लंबे समय तक स्वस्थ रखने का।