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डिप्रेशन एक मूड डिसऑर्डर है और यह सबसे व्यापक तथा उपचार योग्य मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों में से एक है। विश्व की लगभग 5% आबादी इससे प्रभावित होती है। इसके लक्षणों में लगातार उदासी, गतिविधियों में रुचि की कमी, अपराधबोध या निराशा की भावना आदि शामिल हैं। हालाँकि इसके प्रभावी उपचार उपलब्ध हैं, फिर भी लगभग 50% मामलों में समय रहते पहचान या सही इलाज नहीं हो पाता। लक्षणों की प्रारम्भिक पहचान इस समस्या से सफलतापूर्वक निपटने की पहली सीढ़ी है। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा की गई डिप्रेशन स्क्रीनिंग से तेज़ और सटीक निदान सुनिश्चित किया जा सकता है।

मानसिक स्वास्थ्य स्क्रीनिंग क्या है

मानसिक स्वास्थ्य स्क्रीनिंग एक महत्वपूर्ण साधन है, जिसमें विभिन्न तरीकों से किसी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य का मूल्यांकन, निदान और निगरानी की जाती है। सामान्य चिकित्सक (General Practitioner), जो अक्सर रोगियों के पहले संपर्क बिंदु होते हैं, सरल और त्वरित उपकरणों का उपयोग करते हैं। इनमें स्व-प्रशासित परीक्षण (Self-administered tests) भी शामिल हैं, जो निदान और उपचार प्रक्रिया को तेज़ और अधिक प्रभावी बनाते हैं।

डिप्रेशन और एंग्ज़ायटी के मूल्यांकन हेतु टेस्ट

डिप्रेशन स्क्रीनिंग के लिए पेशेंट हेल्थ क्वेश्चनेयर-9 (PHQ-9) और एंग्ज़ायटी के लिए जनरल एंग्ज़ायटी डिसऑर्डर-7 (GAD-7) जैसे उपकरण उपलब्ध हैं। कई बार डिप्रेशन के रोगियों में बेचैनी और चिंता के लक्षण भी पाए जाते हैं, ऐसे में GAD-7 का उपयोग किया जा सकता है। प्रायः इन परीक्षणों के साथ रोगी के लक्षणों और इतिहास का मूल्यांकन करने के लिए क्लिनिकल इंटरव्यू भी किया जाता है।

PHQ-9 स्कोर कैसे काम करता है?

PHQ-9 एक मानकीकृत पैमाना है जिसका प्रयोग डिप्रेशन की पहचान, गंभीरता के आकलन और उपचार की प्रगति पर नज़र रखने के लिए किया जाता है। इसमें 9 प्रश्न होते हैं जो मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर के निदान मानकों से मेल खाते हैं। उत्तर 0 (बिल्कुल नहीं) से 3 (लगभग हर दिन) तक अंकित किए जाते हैं। रोगी इन प्रश्नों का उत्तर कुछ ही मिनटों में स्वयं दे सकता है।

PHQ-9 का स्कोर 0 से 27 तक होता है:

  • 0–4 = सामान्य (डिप्रेशन नहीं)
  • 5–9 = हल्का डिप्रेशन
  • 10–14 = मध्यम डिप्रेशन
  • 15–19 = मध्यम से गंभीर डिप्रेशन
  • 20 से ऊपर = गंभीर डिप्रेशन
    15 से अधिक का स्कोर अक्सर मेजर डिप्रेशन का संकेत देता है।

परिणामों का मूल्यांकन

इन परीक्षणों के परिणामों का मूल्यांकन विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा किया जाना चाहिए। वे यह भी देखते हैं कि लक्षण कितने समय से हैं, कितनी बार आते हैं और कितनी गंभीरता से प्रकट होते हैं। डॉक्टर यह भी सुनिश्चित करते हैं कि कहीं लक्षणों का कारण कोई शारीरिक बीमारी, हाल ही का शोक, या अतीत में हुआ मैनिक एपिसोड (Bipolar Disorder) तो नहीं है।

PHQ-9 स्कोर यह तय करने में भी मदद करता है कि क्या दवाइयों की आवश्यकता है और उपचार की प्रगति कैसी है। उदाहरण के लिए, स्कोर 10 से ऊपर होने पर चिकित्सक एंटीडिप्रेसेंट दवाओं पर विचार कर सकते हैं, और 20 से ऊपर होने पर यह अक्सर आवश्यक हो जाता है। इसके अलावा, यह परीक्षण आत्महत्या के जोखिम की पहचान करने में भी सहायक है।

प्रारम्भिक पहचान और निगरानी के लाभ

सामान्य चिकित्सक भी डिप्रेशन स्क्रीनिंग की पहल कर सकते हैं ताकि जोखिम वाले रोगियों को समय रहते पहचाना जा सके। जितनी जल्दी निदान होगा, उतनी ही जल्दी और प्रभावी ढंग से उपचार शुरू किया जा सकता है। लंबे समय तक अच्छे परिणाम पाने के लिए प्रारम्भिक पहचान अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए, किसी भी शुरुआती लक्षण के दिखते ही डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।


📌 नोट: यह जानकारी केवल शैक्षणिक और जागरूकता उद्देश्य से है। सही निदान और उपचार के लिए हमेशा योग्य मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Angelini Pharma