गांधी मैदान से NDA की एकजुटता का संदेश

Staff Reporter / Patna

बिहार की राजनीति में AAJ का दिन ऐतिहासिक रहा, जब नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पटना के प्रतिष्ठित गांधी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा सहित कई केंद्रीय नेता और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे। समारोह को एनडीए की एकजुटता और स्थिर शासन के संदेश के रूप में भी देखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कुल 25 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने यह शपथ दिलाई। दिलचस्प बात यह रही कि पिछली सरकार की तरह इस बार भी सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। इससे बीजेपी और जेडीयू के बीच तालमेल का मजबूत संदेश गया है।

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शपथ लेने के बाद उनके साथ उपमुख्यमंत्री पद पर बने रहने वाले सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने भी शपथ ली। इनके अलावा कुल 24 अन्य मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली। इस मंत्रिमंडल में जेडीयू के 8, भाजपा के 14, एलजेपी (रामविलास) के 2, और हम-से (HAM-S) तथा आरएलएम (RLM) के एक-एक मंत्री शामिल हैं। शपथ समारोह बैचों में हुआ, जिनमें प्रत्येक बार छह मंत्रियों ने शपथ ली। बताया गया है कि मंत्रिमंडल के 9 पद अभी खाली रहेंगे, जिन्हें आगे भरा जाएगा।

पहले बैच में नीतीश सरकार के छह वरिष्ठ मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, दिलीप कुमार जायसवाल और अशोक चौधरी शामिल थे।

इस बार के मंत्रिमंडल में कई पुराने चेहरों को फिर से शामिल किया गया है। जेडीयू के जमा खान, जो एकमात्र मुस्लिम मंत्री हैं, को फिर मौका दिया गया है। वहीं, कई नए चेहरों को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। इनमें रामकृपाल यादव, श्रेयसी सिंह, रमा निषाद, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, लखेंद्र प्रसाद रोशन, नारायण प्रसाद, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह (दोनों LJP-R) और दीपक प्रकाश (RLM) शामिल हैं।

दीपक प्रकाश, पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र हैं। वे न तो बिहार विधानसभा के सदस्य हैं और न ही विधान परिषद के। माना जा रहा है कि उन्हें जल्द ही विधान परिषद भेजा जाएगा। HAM-S की ओर से मंत्रिमंडल में शामिल संतोष कुमार सुमन को भी जगह मिली है, जो पिछली नीतीश सरकार में भी मंत्री थे।

नई सरकार में कुल तीन महिलाएँ शामिल की गई हैं—पूर्व मंत्री लेसी सिंह, और नए चेहरे श्रेयसी सिंह तथा रमा निषाद। रमा निषाद औराई सीट से पहली बार विधायक बनी हैं।

शपथ ग्रहण में सबसे पहले सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को बुलाया गया। इसके बाद मंगल पांडेय, विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, बिजेंद्र यादव, दिलीप जायसवाल और अशोक चौधरी ने एक साथ मंत्री पद की शपथ ली। इस दौरान कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ और उत्साह स्पष्ट रूप से दिखाई दिया।

जेडीयू के विधायक जमा खान ने मंत्री पद की शपथ ली, जबकि संजय सिंह टाइगर और रमा निषाद ने बीजेपी कोटे से शपथ ली। इसके अलावा लेसी सिंह, नितिन नवीन, मदन सहनी, रामकृपाल यादव और सुनील कुमार ने भी शपथ ली। कार्यक्रम में शपथ ग्रहण के दौरान नीतीश कुमार और एनडीए नेतृत्व के बीच तालमेल का संदेश साफ झलक रहा था।

समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार को बधाई देते हुए बिहार के विकास के प्रति केंद्र की प्रतिबद्धता दोहराई। सूत्रों के अनुसार, नई सरकार में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और रोजगार को लेकर बड़े फैसले लिए जाने की संभावना है।

एनडीए में लगातार राजनीतिक उतार-चढ़ाव के बाद यह शपथ ग्रहण समारोह एक स्थिर सरकार की घोषणा के रूप में देखा जा रहा है। बिहार में आगे कैबिनेट विस्तार और विभागों के बंटवारे पर भी सभी की निगाहें टिकी हैं।