ढाका: बांग्लादेश में इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद, बांग्लादेश के चटगांव में एक और हिंदू पुजारी को शनिवार (30 नवंबर, 2024) को गिरफ्तार किया गया। सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार पुजारी की पहचान श्याम दास प्रभु के रूप में हुई है, जो कथित तौर पर जेल में चिन्मय कृष्ण दास से मिलने गए थे।

इस्कॉन ने दी श्याम दास प्रभु की गिरफ्तारी की जानकारी

सूत्रों की मानें तो श्याम दास प्रभु को बिना किसी आधिकारिक वारंट के गिरफ्तार किया गया है। कोलकाता स्थित इस्कॉन के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने भी पुजारी की गिरफ्तारी के बारे में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “एक और ब्रह्मचारी श्याम दास प्रभु को आज चटगांव पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।”

बांग्लादेश में हिंदू समुदायों ने किया प्रदर्शन

बांग्लादेश के इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) के पूर्व सदस्य हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को सोमवार को देशद्रोह के केस में गिरफ्तार किया गया और उन्हें जमानत देने से इंकार कर दिया गया।

कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद राजधानी ढाका और चटगांव सहित बांग्लादेश के विभिन्न स्थानों पर हिंदू समुदाय के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

वकील की मौत के बाद 46 अल्पसंख्यक गिरफ्तार

इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को जमानत देने से इनकार किए जाने के बाद चटगांव की एक अदालत के बाहर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में मंगलवार को एक वकील की मौत हो गई. पुलिस ने शनिवार को बताया कि सहायक सरकारी वकील सैफुल इस्लाम की हत्या के सिलसिले में कम से कम नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं इस मामले में 46 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया, जिनमें से ज्यादातर अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के सफाई कर्मचारी थे.