उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और चैट-जीपीटी मीडिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां खडी कर रहे है। राष्‍ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आज नई दिल्‍ली में एक समारोह में उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि यह दुर्भाग्‍यपूर्ण है कि विध्‍वंसक प्रौद्योगिकी मानव जाति पर नियंत्रण कर रही है।

भारतीय प्रेस परिषद की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम का विषय था-आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के युग में मीडिया। श्री धनखड़ ने कहा कि मीडिया जगत में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एक मूल्‍यवान तकनीक साबित हो सकती है, बशर्ते उसका उपयोग बेहतरी के लिए जिम्मेदारी के साथ किया जाए। उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि आज के पत्रकारिता के युग में मीडिया के समक्ष सबसे बडी चुनौती विश्‍वसनीयता की है।

इस अवसर पर सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि बदलते भारत की गा‍था उजागर करने तथा विभिन्‍न क्षेत्रों से अरबों लोगों की आकांक्षाओं और आशाओं को आवाज देने में मीडिया की सार्थक भूमिका को लेकर वे उत्‍साहित हैं। उन्‍होंने कहा कि एक समाचार कक्ष में समाचार संपादक की जगह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पूरी तरह नहीं ले सकता। श्री ठाकुर ने कहा कि संपादक के वर्षों के अनुभव और दूरदर्शिता हमेशा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से एक कदम आगे रहेंगे।

सूचना और प्रसारण राज्‍य मंत्री एल.मुरूगन, भारतीय प्रेस परिषद की अध्‍यक्ष रंजना प्रसाद देसाई और जी20 शेरपा अमिताभ कांत भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

राष्‍ट्रीय प्रेस दिवस लोकतांत्रिक समाज में स्‍वंतत्र और जिम्मेदार प्रेस के महत्‍व को उजागर करने के लिए हर वर्ष 16 नवम्‍बर को मनाया जाता है। इस दिन भारतीय प्रेस परिषद की स्‍थापना हुई थी, जो देश में मीडिया जगत के लिए विनियामक संस्‍था है।