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कृषि मंत्री नरेन्‍द्र सिंह तोमर ने कहा है कि देश में कृषि क्षेत्र सामान्‍य तरीके से काम कर रहा है और चालू वित्‍त वर्ष में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर पर लॉकडाउन का कोई विशेष असर नहीं होगा। उन्‍होंने कहा कि देश में अनाज, दूध, सब्जियों और दुग्‍ध उत्‍पाद की कोई कमी नहीं है। श्री तोमर ने कहा कि 2019-20 में कृषि सकल घरेलू उत्‍पाद तीन दशमलव सात प्रतिशत था और भविष्‍य में इस वृद्धि दर पर अधिक असर होने की संभावना नहीं है। आज नई दिल्‍ली में संवाददाताओं को उन्‍होंने बताया कि देश में आवश्‍यकता से अधिक अनाज उपलब्‍ध है। उन्‍होंने कहा कि नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व वाली सरकार ने कृषि क्षेत्र के विकास को हमेशा प्राथमिकता दी है।

श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्‍मान निधि की शुरुआत से अब तक पात्र किसानों के बैंक खातों में लगभग 71 हजार करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं। उन्‍होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान किसानों को 17 हजार 986 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं। श्री तोमर ने यह जानकारी भी दी कि अनाज की कोई कमी नहीं है और पूर्णबंदी के दौरान दूध तथा सब्जियां भी उपलब्‍ध रही हैं। उन्‍होंने कहा कि 57 लाख सात हजार हेक्‍टेयर क्षेत्रफल में ग्रीष्‍मकालीन बुआई हुई है। श्री तोमर ने कहा कि इस वर्ष भी अनाज का उत्‍पादन लक्ष्‍य से अधिक होगा क्‍योंकि मॉनसून सामान्‍य रहने का अनुमान है।

नीति आयोग के सदस्‍य रमेश चंद ने कहा कि इस वर्ष विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर तीन प्रतिशत रहेगी। उन्‍होंने कहा कि अर्थव्‍यवस्‍था में कृषि क्षेत्र की हिस्‍सेदारी 17 प्रतिशत है जो विनिर्माण क्षेत्र से भी अधिक है।