नई दिल्ली, 19 जुलाई:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच कथित संघर्ष के दौरान “पांच लड़ाकू विमानों को मार गिराए जाने” के दावे ने भारतीय राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सीधा सवाल उठाते हुए कहा कि देश को सच्चाई जानने का अधिकार है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर ट्रंप के बयान का एक वीडियो साझा करते हुए लिखा,
“मोदी जी, 5 जेट के बारे में सच्चाई क्या है? देश जानना चाहता है!”
गौरतलब है कि ट्रंप ने एक निजी रिपब्लिकन फंडरेज़र डिनर में दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोकने में मदद की थी। उन्होंने कहा, “उनके बीच युद्ध होने वाला था, और विमान गिराए जा रहे थे — पांच, पांच, चार या पांच, लेकिन मेरा मानना है कि पांच जेट गिराए गए थे।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने भी सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए X पर लिखा,
“ट्रंप के इस ताजे बयान के बाद भारत सरकार का क्या रुख है? चुप्पी कोई जवाब नहीं हो सकती।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं भारत सरकार पर विश्वास करना चाहता हूं, लेकिन अगर सरकार सच नहीं बताती — या कुछ भी नहीं कहती — तो हम क्या मानें?”
बीजेपी का तीखा जवाब
राहुल गांधी के पोस्ट पर बीजेपी ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल पर “भारत विरोधी मानसिकता” रखने का आरोप लगाते हुए कहा,
“राहुल गांधी की सोच गद्दार जैसी है।”
मालवीय ने दावा किया कि ट्रंप ने अपने बयान में यह नहीं कहा कि गिराए गए विमान भारत के थे।
उन्होंने राहुल से सवाल किया, “आपने यह क्यों मान लिया कि वे भारत के विमान थे? क्या पाकिस्तान के लिए आपके मन में ज्यादा सहानुभूति है?”
आगे मालवीय ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा,
“जब भी भारत की सेना दुश्मन को सबक सिखाती है, कांग्रेस परेशान हो जाती है। अब तो यह भारत विरोधी सोच कांग्रेस की पहचान बन गई है।”
उन्होंने अंत में राहुल गांधी से तीखा सवाल करते हुए कहा,
“राहुल गांधी, बताइए — आप भारत के प्रवक्ता हैं या पाकिस्तान के?”
विवाद गहराता जा रहा है
ट्रंप इससे पहले भी कई बार भारत-पाकिस्तान तनाव में मध्यस्थता की कोशिशों के दावे कर चुके हैं, जिन्हें भारत हमेशा खारिज करता रहा है। भारत का आधिकारिक रुख स्पष्ट है कि पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं और किसी तीसरे पक्ष की भूमिका स्वीकार नहीं है।
फिलहाल भारत सरकार या विदेश मंत्रालय की ओर से ट्रंप के नवीनतम दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। ऐसे में यह मुद्दा पूरी तरह राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है, जबकि देश जवाब का इंतज़ार कर रहा है।