अपनी सुरीली आवाज से देश-दुनिया पर दशकों तक राज करने वाली सुर-साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया.भारत रत्न’ से सम्मानित वेटरन गायिका ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली.वह 92 वर्ष की थीं.भारत की नाइटिंगेल’ के नाम से दुनियाभर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब पांच दशक तक हिंदी सिनेमा में फीमेल प्लेबैक सिंगिंग में एकछत्र राज किया
जनवरी में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.बाद में वह न्यूमोनिया से पीड़ित हो गईं.हालत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था.उनकी हालत में सुधार के बाद वेंटिलेटर सपोर्ट भी हट गया था.लेकिन 5 फरवरी को उनकी स्थिति बिगड़ने लगी और उन्हें फिर से वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया.आखिरकार, 6 फरवरी को ‘स्वर कोकिला’ ने आखिरी सांस ली
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन देश के लिये अपूरणीय क्षति है.
आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी,जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी .
पीएम नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है.उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा.उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा.फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं.वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी.’’