Last Updated on: 20 October 2022 12:43 AM

AMN
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि डबल इंजन की सरकार ने गुजरात के समुद्री किनारे के समग्र विकास पर ध्‍यान केन्‍द्रित किया है। उन्‍होंने कहा कि इतिहास में इसे बोझ के रूप में देखा जाता था। श्री मोदी ने जूनागढ़ में लगभग तीन हजार पांच सौ अस्‍सी करोड़ रुपए की विभिन्‍न विकास परियोजनाओं की अधारशिला रखी । इस अवसर पर अपने सम्‍बोधन में उन्‍होंने कहा कि सरकार मछुआरों की सुरक्षा और उनके कल्‍याण पर ध्‍यान दे रही है और तटीय बुनियादी ढांचे को मजबूत रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि तटीय क्षेत्रों के लोगों विशेषकर मछुआरों के जीवन स्‍तर में सुधार के लिए उनकी समस्‍याएं सुलझाने वाली सागरखेदू योजना से पिछले आठ वर्ष में मत्‍स्‍य निर्यात सात गुना बढ़ गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में ड्रोन प्रौद्योगिकी भी मछुआरे के लिए उपयोगी साबित होगी। उन्‍होंने कहा कि सरकार बंदरगाहों से संबंधित विकास पर जोर दे रही है। उन्‍होंने कहा कि इससे आने वाले वर्षों में लोगों को आर्थिक लाभ होगा। श्री मोदी ने कहा कि तटीय राजमार्गों से पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और सौराष्‍ट्र क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान मछुआरों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के कल्‍याण के लिए सरकार ने कई पहल की हैं। श्री मोदी ने तटीय राजमार्गों में सुधार की परियोजना की आधारशिला रखी। इस परियोजना के पहले चरण में तेरह जिलों के दो सौ सत्‍तर किलोमीटर से अधिक क्षेत्र के राजमार्गों का सुधार किया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने दो जलापूर्ति परियोजनाओं और कृषि उत्‍पादों के भंडारण के लिए गोदाम परिसर के निर्माण की भी आधारशिला रखी। उन्‍होंने पोरबंदर में श्रीकृष्‍ण रूकमणि मंदिर-माधवपुर के समग्र विकास परियोजना और गीर-सोमनाथ के माधवाड़ में मत्‍स्‍य बंदरगाह की भी आधारशिला रखी।