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AMN / PATNA

संविधान दिवस के अवसर पर आज अखिल भारतीय किसान महासभा, खेग्रामस व ऐक्टू की ओर से संविधान बचाओ-लोकतंत्र बचाओ मार्च का आयोजन किया गया.

पब्लिक लाइब्रेरी के पास इस मार्च में भाकपा-माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य भी शामिल हुए.माले महासचिव ने मार्च को संबोधित करते हुए कहा कि आज के ही दिन 1949 में भारत का संविधान पारित हुआ था. उसकी पूर्व संध्या यानी 25 नवंबर को अपने वक्तव्य में बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर ने कहा था कि देश के हर एक नागरिक को एक वोट का अधिकार तो मिल रहा है, लेकिन आर्थिक और सामाजिक बराबरी की जमीन बहुत ही कमजोर है. माले महासचिव ने कहा कि वह गैरबराबरी कम होने की बजाए लगातार बढ़ रही है.

यदि यह देश हिंदू राष्ट्र बन गया तो इसका मतलब कुछ और नहीं बल्कि यही होगा कि देश को मनुवाद के गडढे में धकेल दिया गया, जिसकी बुनियाद सामाजिक गैरबराबरी है. इसलिए आज हम सबको सामाजिक गुलामी व आर्थिक गैरबराबरी को मिटाने का एक मजबूत संकल्प लेना होगा.