जम्मू-कश्मीर में सर्दियों के दौरान सुरक्षा योजना के अंतर्गत सेना ने घुसपैठ को रोकने के लिए नियंत्रण रेखा के आसपास संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि सेना ने ऊंची चोटियों, घने जंगलों और पहाड़ी दर्रों जैसे क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी मजबूत की है जो भारी बर्फबारी के बाद आमतौर पर दुर्गम हो जाते हैं। ठंड के मौसम में कोहरा, धुंध और लोगों की कम आवाजाही आतंकवादी गतिविधियों के लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा कर सकती हैं। प्रमुख रास्तों और पारंपरिक घुसपैठ गलियारों की निगरानी की जा रही है जिससे कोई भी आतंकवादी समूह ठिकाने न बना सके। घने जंगलों और नियंत्रण रेखा के आसपास के संवेदनशील क्षेत्रों में भी गश्त बढ़ा दी गई है।