
महिला वनडे विश्व कप में भारत का सफर अब तक बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा है। लीग चरण के मध्य में टीम के बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन अहम मौकों पर बल्लेबाजों ने जिम्मेदारी निभाई और भारत को खिताबी दौड़ में बनाए रखा।
दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया से हार के बावजूद बाकी सभी मैचों में शानदार प्रदर्शन किया। सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 125 रन से हराकर उसने अपने दमखम का स्पष्ट संकेत दिया।
बारिश के कारण देरी से शुरू हुए इस मैच में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 7 विकेट पर 298 रन बनाए।
भारत ने तेज शुरुआत की, जब शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना ने पहले विकेट के लिए 104 रन की साझेदारी की। मंधाना ने 45 रन बनाकर टीम को ठोस आधार दिया, जबकि शेफाली शतक से चूक गईं और शानदार 87 रन की पारी खेली।
मध्यक्रम में जेमिमा रोड्रिग्स (24) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (20) सस्ते में आउट हो गईं। वहीं, ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने एक बार फिर संयमित पारी खेलते हुए टूर्नामेंट का अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया और 58 रन बनाकर रन आउट हुईं।
अंतिम ओवरों में ऋचा घोष ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने सिर्फ 24 गेंदों पर 3 चौके और 2 छक्कों की मदद से 34 रन की तेज पारी खेली, जिससे भारत का स्कोर 290 के पार पहुंच गया।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से खाका सबसे सफल गेंदबाज रहीं, जिन्होंने तीन विकेट झटके, जबकि बाकी गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में नाकाम रहे।
अब दोनों टीमें फाइनल में जगह बनाने के इरादे से मैदान में उतरेंगी। एक ओर भारत की गहराई भरी बल्लेबाजी लाइन-अप है, तो दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका का तेज गेंदबाजी आक्रमण — ऐसे में यह मुकाबला रोमांच से भरपूर होने वाला है।
