Welcome to The Indian Awaaz   Click to listen highlighted text! Welcome to The Indian Awaaz
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और APY के 8 साल पूरे
WEB DESK

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना के आज (मंगलवार) 9 मई 2023 को आठ साल पूरे हो गए हैं। ये योजनाएं लोगों को सोशल सिक्योरिटी नेट और किफायती बीमा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

इन तीनों योजनाओं की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ही के दिन साल 2015 में पश्चिम बंगाल के कोलकाता से की थी। ये तीनों योजनाएं नागरिकों के कल्याण के लिए समर्पित हैं, जो अप्रत्याशित घटना और वित्तीय अनिश्चितताओं से मानव जीवन को सुरक्षित करने की आवश्यकता को पूरा करने के लिए हैं।

कब और कैसे हुई इन योजनाओं की शुरुआत ?

इन तीनों योजनाओं की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ही के दिन 2015 में पश्चिम बंगाल के कोलकाता से की थी। सरकार ने असंगठित वर्ग के लोगों को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने के लिए दो बीमा योजनाएं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना शुरू की थी। वहीं सरकार ने वृद्धावस्था में होने वाली अत्यावश्यकता को कवर करने के लिए अटल पेंशन योजना शुरू की थी। 
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना  
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) एक साल की जीवन बीमा योजना है जो किसी भी कारण से होने वाली मृत्यु पर कवरेज प्रदान करती है। इसका साल-दर-साल नवीकरण किया जाता है। यह योजना 436 रुपये प्रति वर्ष के प्रीमियम के बदले किसी भी कारण से मृत्यु के मामले में दो लाख रुपये का जीवन बीमा प्रदान करती है। पीएमजेजेबीवाई में अब तक कुल 16 करोड़ से अधिक नामांकन हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना
वहीं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) की बात करें तो यह एक साल की दुर्घटना बीमा योजना है जो दुर्घटना के कारण मृत्यु या विकलांगता के लिए कवरेज की पेशकश के लिए साल-दर-साल नवीकरणीय है। यह योजना 20 रुपये प्रति वर्ष के प्रीमियम के बदले दो लाख रुपये का आकस्मिक मृत्यु सह विकलांगता कवर प्रदान करती है। पीएमएसबीवाई के तहत अब तक कुल 34 करोड़ से अधिक नामांकन हो चुके हैं।
अटल पेंशन योजना
अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के तहत, लाभार्थी को 60 वर्ष की आयु के बाद, लाभार्थी द्वारा किए गए योगदान के आधार पर एक हजार से पांच हजार तक की गारंटीकृत न्यूनतम मासिक पेंशन प्राप्त होगी। इसी के साथ एपीवाई की अब तक 5 करोड़ से अधिक लोगों ने सदस्यता ली है।
कितने लोगों को मिल रहा इन योजनाओं का लाभ ?
ये तीनों योजनाएं नागरिकों के कल्याण के लिए समर्पित हैं, जो अप्रत्याशित घटना और वित्तीय अनिश्चितताओं से मानव जीवन को सुरक्षित करने की आवश्यकता को पूरा करने के लिए हैं। इन योजनाओं की सराहना करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 16 करोड़ से अधिक लोगों ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत नामांकन कराया है और 34 करोड़ से अधिक लोगों ने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत नामांकन किया है जबकि पांच करोड़ से अधिक लोगों ने अटल पेंशन योजना की सदस्यता ली है।
प्रत्येक जरूरतमंद तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध सरकार
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के बारे में वित्त मंत्री ने कहा कि इसने 6 लाख 64 हजार परिवारों को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है, जिन्हें 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक का दावा प्राप्त हुआ है। वहीं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत एक लाख 15 हजार से अधिक परिवारों को दो हजार तीन सौ करोड़ रुपये से अधिक के दावे प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि दावा प्रक्रिया के सरलीकरण के परिणामस्वरूप दावों का तेजी से निपटान हुआ है। उन्होंने कहा, यह देखना उत्साहजनक है कि इन योजनाओं की पहुंच को अधिकतम करने के लिए लक्षित दृष्टिकोण के माध्यम से कार्यान्वित किया जा रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि इन सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ पूरे देश के प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचे।
Click to listen highlighted text!