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AMN / LUCKNOW

एक तरफ जहां पहलवानों के समर्थन में बुलाई गई महापंचायत का आज (2 जून) दूसरा दिन है, वहीं दूसरी ओर बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में अयोध्या में बुलाई गई “जन चेतना महारैली” को रद्द कर दिया गया है। भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व चीफ बृजभूषण शरण सिंह ने 5 जून को होने वाली इस रैली में 11 लाख लोगों के इकट्ठा होने और उनके समर्थन का दावा किया था।

फेसबुक पर लिखा- सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का सम्मान करता हूँ

अयोध्या के रामकथा पार्क में ये जन चेतना महारैली होनी थी। इस रैली के रद्द होने की जानकारी बृजभूषण शरण सिंह ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए दी। उन्होंने फेसबुक पर लिखा, मेरे प्रिय शुभचिंतकों! आपके समर्थन के साथ पिछले 28 वर्षों से लोकसभा के सदस्य के रूप में सेवा की है। मैंने सत्ता और विपक्ष में रहते हुए सभी जातियों, समुदायों और धर्मों के लोगों को एकजुट करने का प्रयास किया है। इन्हीं कारणों से मेरे राजनीतिक विरोधियों और उनकी पार्टियों ने मुझ पर झूठे आरोप लगाए हैं।

भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने आगे लिखा वर्तमान स्थिति में कुछ राजनीतिक दल विभिन्न स्थानों पर रैलियां कर प्रांतवाद, क्षेत्रवाद और जातीय संघर्ष को बढ़ावा देकर सामाजिक समरसता को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। उद्देश्य यह है कि 5 जून को अयोध्या में एक संत सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया ताकि पूरे समाज में फैल रही बुराई पर विचार किया जा सके, लेकिन अब जबकि पुलिस आरोपों की जांच कर रही है और सुप्रीम कोर्ट के गंभीर निर्देशों का सम्मान करते हुए “जन चेतना महाराली, 5 जून, अयोध्या चलो” कार्यक्रम कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है।

आपका हमेशा रहूंगा कर्जदार

भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, इस मुद्दे पर सभी धर्मों, जातियों और क्षेत्रों के लाखों समर्थकों और शुभचिंतकों ने विनम्र तरीके से मेरा समर्थन किया है। इसलिए मैं सबका आभार व्यक्त करते हुए विश्वास दिलाता हूं कि मैं और मेरा परिवार हमेशा आपका कर्जदार रहेगा। आपका बृजभूषण शरण सिंह।

गौरतलब है कि भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलााफ दिल्ली में दर्ज एफआईआर सार्वजनिक होने के बाद भाजपा सांसद को बेकफुट पर आना पड़ा है। समूचे घटनाक्रम की रोशनी में यह साफ होने लगा है कि देर सबेर भाजपा सांसद की गिरफ्रतारी तय है। लिहाजा, सांसद ने शक्ति प्रदर्शन के आक्रामक रूख से पीछे हटने का फैसला किया है।

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